Sonbhadra News: सोनभद्र जिले के जिला अस्पताल लोढ़ी से एक नवजात शिशु की चोरी के मामले में पुलिस ने 24 घंटे के भीतर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है. पुलिस ने इस मामले में आरोपी महिला ममता और उसके चचेरे देवर श्रीनाथ को गिरफ्तार किया है. इस घटना ने न केवल पुलिस प्रशासन की तत्परता को उजागर किया, बल्कि एक विचित्र पारिवारिक रिश्ते की परतें भी खोलीं.
चोरी की घटना और पुलिस की तत्परता
दो जून को रॉबर्ट्सगंज थाना क्षेत्र के जिला अस्पताल लोढ़ी से एक नवजात शिशु के लापता होने की सूचना मिली. पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर चार टीमें गठित कीं. एसओजी सोनभद्र, थाना रॉबर्ट्सगंज और रामपुर बारकोनिया पुलिस की संयुक्त टीम ने सीसीटीवी फुटेज की जांच और स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर रामपुर गांव में छापा मारा और बच्चे को बरामद किया.
आरोपी महिला का चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस की पूछताछ में आरोपी महिला ममता ने बताया कि उसके पहले पति का निधन हो चुका है और वह अपने चचेरे देवर श्रीनाथ के साथ पत्नी की तरह रहती है. श्रीनाथ ने उससे अपना बच्चा होने की लगातार मांग की थी, जबकि ममता ने नसबंदी करवा रखी थी. इसलिए ममता ने श्रीनाथ को विश्वास दिलाने के लिए एक योजना बनाई. वह दो-तीन दिन से जिला अस्पताल में बीमार होने का बहाना करके भर्ती थी. ममता ने अस्पताल में एक महिला से दोस्ती की, जिसने हाल ही में बच्चे को जन्म दिया था. ममता ने उस महिला से बच्चे की देखभाल करने का बहाना किया और मौका मिलते ही बच्चे को लेकर अपने देवर श्रीनाथ के साथ रामपुर गांव पहुंच गई.
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने न केवल बच्चे की जान बचाई, बल्कि यह भी साबित किया कि प्रशासन किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है. इस घटना ने यह भी उजागर किया कि समाज में मानसिक दबाव और पारिवारिक रिश्तों के कारण कभी-कभी लोग गलत रास्ते पर चल पड़ते हैं. ऐसे मामलों में समाज और परिवार का समर्थन महत्वपूर्ण होता है ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.