बांग्लादेश की विदेश नीति में बड़ा बदलाव होने जा रहा है. मौजूदा विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन को उनके पद से हटाने की प्रक्रिया तेज हो गई है. सूत्रों के मुताबिक, यह निर्णय सरकार के भीतर गहराते मतभेदों और विदेश मामलों में रणनीतिक असहमति के चलते लिया गया है.
‘मानवीय गलियारे’ पर मतभेद बने वजह
जशीम उद्दीन ने म्यांमार से आए रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए प्रस्तावित “मानवीय गलियारे” और “सुरक्षित क्षेत्र” के विचार का विरोध किया था. यह प्रस्ताव मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार खलीलुर रहमान की पहल पर तैयार किया गया था, लेकिन जशीम उद्दीन ने इसे बांग्लादेश की संप्रभुता के लिए खतरा माना. उन्हें इस मुद्दे पर देश की सैन्य नेतृत्व, खासकर आर्मी चीफ जनरल वकार-उज-जमान का समर्थन प्राप्त था. फिर भी, यूनुस और रहमान ने कथित रूप से उन्हें पद से हटाने की प्रक्रिया में निर्णायक भूमिका निभाई.
असद आलम सियाम बन सकते हैं नए विदेश सचिव
सूत्रों के अनुसार, अमेरिका में बांग्लादेश के वर्तमान राजदूत असद आलम सियाम को अगला विदेश सचिव नियुक्त किया जा सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें 20 जून तक ढाका लौटने और पदभार संभालने के निर्देश मिल चुके हैं.
सरकार ने दी छुट्टी, लेकिन दावा किया ‘स्वैच्छिक इस्तीफा’
बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन ने पुष्टि की है कि जशीम उद्दीन पद छोड़ रहे हैं, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि यह निर्णय स्वैच्छिक है और सरकार की ओर से कोई दबाव नहीं है. हालांकि, जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी बयां करती है. रिपोर्ट्स के अनुसार, जशीम उद्दीन को पद से हटाने की तैयारी मई की शुरुआत में ही पूरी हो चुकी थी, और उन्हें कुछ वैकल्पिक पद जैसे किसी विदेशी मिशन में राजदूत या विदेश सेवा अकादमी के रेक्टर बनने का प्रस्ताव दिया गया था.
अस्थायी रूप से रुहुल आलम सिद्दीकी संभालेंगे मंत्रालय
जब तक असद आलम सियाम विदेश सचिव के रूप में पदभार नहीं संभालते, तब तक रुहुल आलम सिद्दीकी मंत्रालय के कार्यवाहक सचिव के रूप में जिम्मेदारी निभाएंगे. इस दौरान जशीम उद्दीन को 45 दिनों की छुट्टी पर भेजा गया है.
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