बांग्लादेश की राजधानी ढाका की एक अदालत ने देश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, उनकी बहन शेख रेहाना, उनके बच्चों रादवान मुजीब सिद्दीक बॉबी और अजमीना सिद्दीक, ब्रिटेन की सांसद ट्यूलिप रिजवाना सिद्दीक समेत कुल 53 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है.
इन सभी पर आरोप है कि उन्होंने RAJUK (राजधानी विकास प्राधिकरण) से 30 कट्ठा जमीन को राजनीतिक ताकत का दुरुपयोग कर अवैध तरीके से हासिल किया. ये वारंट भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (ACC) द्वारा दायर तीन अलग-अलग चार्जशीट के आधार पर जारी किए गए हैं.
कोर्ट में हाजिर नहीं हुए आरोपी
ढाका मेट्रोपोलिटन के विशेष न्यायाधीश जाकिर हुसैन गालिब ने ये फैसला दिया. उन्होंने कहा कि आरोपियों के कोर्ट में पेश नहीं होने की वजह से यह कार्रवाई की जा रही है. अब 27 अप्रैल को अदालत इस मामले की आगामी सुनवाई करेगी और जांच रिपोर्ट की समीक्षा होगी. इससे पहले भी, 10 अप्रैल को कोर्ट ने शेख हसीना, उनकी बेटी साइमा वाजेद पुतुल और 16 अन्य लोगों के खिलाफ एक अन्य जमीन घोटाले के मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया था.
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आरोप क्या हैं?
13 जनवरी 2025 को, शेख रेहाना पर आरोप लगा कि उन्होंने पूर्वाचल न्यू टाउन प्रोजेक्ट में 10 कट्ठा जमीन गलत तरीके से ली थी. जांच के बाद, 10 मार्च को चार्जशीट दायर की गई जिसमें 17 लोगों के नाम शामिल थे. इसी तरह, अजमीना सिद्दीक और ट्यूलिप सिद्दीक पर भी इसी तरह की अनियमितताएं करने के आरोप लगे हैं.
भारत में हैं शेख हसीना
पिछले साल 5 अगस्त को, जब बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन हुए और सरकार गिर गई, तब शेख हसीना भारत भाग आईं और अब तक यहीं रह रही हैं. मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारत से शेख हसीना को सौंपने की मांग की है, लेकिन ऐसा होने की संभावना बहुत कम मानी जा रही है. शेख हसीना के खिलाफ भ्रष्टाचार से लेकर हत्या तक के कई गंभीर मामले दर्ज हैं, जिससे बांग्लादेश की राजनीति में इस वक्त भारी हलचल मची हुई है.