कोरोना वायरस की अगली लहर को लेकर बाबा वेंगा की भविष्यवाणी, पहले से भी ज्यादा विनाशकारी होगी महामारी

    देश में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं, जो चिंता का सबब बन गए हैं. 31 मई तक के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 3395 पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे में 685 नए संक्रमित मिले हैं, जबकि 1435 लोग ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं.

    Baba vanga prediction about covid 19 next wave
    Image Source: Social Media

    Baba Vanga Predictions on Corona Virus: देश में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं, जो चिंता का सबब बन गए हैं. 31 मई तक के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 3395 पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे में 685 नए संक्रमित मिले हैं, जबकि 1435 लोग ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं. वहीं, संक्रमण से चार लोगों की मौत हुई है. इस बीच, कोरोना वायरस की अगली लहर को लेकर बाबा वेंगा की पुरानी भविष्यवाणी फिर से सुर्खियों में आ गई है, जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है.

    कब आएगी कोरोना की अगली लहर?

    बाबा वेंगा, जो बुल्गारिया की मशहूर ज्योतिषी थीं, उन्होंने साल 2020 में फैले इस अज्ञात वायरस के बारे में अपनी किताब 'The Future as I See It' में लिखा था. उन्होंने कहा था कि यह वायरस 10 साल बाद यानी 2030 में दोबारा लौटेगा और तब यह पहले से भी अधिक खतरनाक होगा. उनका दावा था कि अगली बार यह वायरस ज्यादा जानलेवा साबित होगा. यह भविष्यवाणी कोरोना वायरस की पहली लहर के वक्त काफी चर्चा में आई थी और अब जब संक्रमण फिर से बढ़ रहा है, तो इसे लेकर लोगों में डर और बेचैनी बढ़ गई है.

    अगली लहर को लेकर क्या सोचते हैं वैज्ञानिक?

    वहीं, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो कोरोना वायरस एक ऐसा वायरस है जिसमें समय-समय पर म्यूटेशन (परिवर्तन) होते रहते हैं. ये म्यूटेशन वायरस को अधिक खतरनाक या फिर अधिक संक्रामक बना सकते हैं, जिससे पहले की दवाओं या वैक्सीन की प्रभावशीलता कम हो सकती है. लेकिन आज विज्ञान ने काफी प्रगति कर ली है. नए वैरिएंट्स की पहचान जल्दी हो जाती है और रोकथाम के बेहतर उपाय अपनाए जा रहे हैं. इसलिए वैज्ञानिकों का मानना है कि अगली लहर जरूर आ सकती है, लेकिन इसके प्रभाव को कम करने के लिए बेहतर तैयारी भी की जा रही है.

    कौन हैं बाबा वेंगा?

    बाबा वेंगा की बात करें तो उनका जन्म 1911 में हुआ था और 1996 में उनका निधन हो गया. 12 साल की उम्र में ही उनकी दृष्टि चली गई थी, लेकिन उनके भविष्यवाणियां आज भी लोगों को चौंका देती हैं. उन्हें 'बाल्कन का नास्त्रेदमस' भी कहा जाता है. उन्होंने सोवियत संघ के विघटन, 9/11 के आतंकी हमले, और अन्य कई महत्वपूर्ण घटनाओं की सटीक भविष्यवाणियां की थीं. उनकी ये भविष्यवाणियां आज भी वैज्ञानिकों और आम जनता दोनों के लिए रहस्य बनी हुई हैं.

    ये भी पढ़ें: कोरोना से देश में हड़कंप! बंगाल में एक विदेशी राजनयिक समेत 5 संक्रमित, दिल्ली-ओडिशा में 1-1 मौत