बकरीद पर भी बाज़ नहीं आया मुल्ला मुनीर, रावलपिंडी छोड़ LoC पहुंचा, कश्मीर को लेकर फिर उगला ज़हर

    बकरीद के अवसर पर शनिवार को पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने एलओसी के पास अग्रिम चौकियों का दौरा किया. सेना के मीडिया विंग ISPR की ओर से जारी बयान के अनुसार, उन्होंने सैनिकों के साथ ईद मनाई और उनके "उच्च मनोबल और ऑपरेशनल तत्परता" की तारीफ की.

    Asim Munir visits loc talks on kashmir operation sindoor
    असीम मुनीर | Photo: X

    Aasim munir on Kashmir: भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात के बीच पाकिस्तान का दोहरा रवैया एक बार फिर सामने आया है. एक तरफ प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भारत के साथ संवाद की बातें कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल असीम मुनीर नियंत्रण रेखा (LoC) पर जाकर भड़काऊ बयान दे रहे हैं.

    बकरीद के अवसर पर शनिवार को पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने एलओसी के पास अग्रिम चौकियों का दौरा किया. सेना के मीडिया विंग ISPR की ओर से जारी बयान के अनुसार, उन्होंने सैनिकों के साथ ईद मनाई और उनके "उच्च मनोबल और ऑपरेशनल तत्परता" की तारीफ की.

    मुनीर ने अलापा कश्मीर राग

    हालांकि, इस दौरे को लेकर पाकिस्तान ने फिर वही पुराना राग अलापा कि भारत की कार्रवाई के जवाब में उन्होंने भी "मुंहतोड़ जवाब" दिया है. लेकिन यह दावा न तो किसी विश्वसनीय स्रोत से पुष्टि प्राप्त कर सका और न ही कोई ठोस सबूत पाकिस्तान की ओर से सामने आए.

    जनरल मुनीर ने कश्मीर को लेकर भी पाकिस्तान के तथाकथित रुख को दोहराया और कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों को समर्थन देता रहेगा. पाकिस्तान कश्मीरी जनता के न्यायपूर्ण संघर्ष का समर्थन करता रहेगा और यह मुद्दा संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और वहां के लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप सुलझना चाहिए. यह बयान उस समय आया है जब खुद पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों में भी विद्रोह की चिंगारियां उठ रही हैं, जिन्हें पाकिस्तानी सेना काबू करने में नाकाम रही है. 

    आतंकी हमला, मुंहतोड़ जवाब और सीजफायर

    भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई. इसके बाद भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की. चार दिनों तक दोनों सेनाओं के बीच तीखी झड़पें होती रहीं, जिसके बाद 10 मई को सैन्य अधिकारियों की बातचीत के बाद सीमित सीज़फायर की घोषणा की गई.

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