पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने एक बार फिर भारत और हिंदू धर्म को लेकर भड़काऊ बयान दिया है. इस बार उन्होंने प्रवासी पाकिस्तानियों को संबोधित करते हुए एक धार्मिक नेता जैसी तकरीर की, जिसमें उन्होंने इस्लाम, कलमा और मक्का-मदीना पर जोर दिया. यही वजह है कि कई लोग अब उन्हें ‘मुल्ला जनरल’ कहकर बुला रहे हैं.
अलग पहचान की बात
इस्लामाबाद में हुए पहले ओवरसीज पाकिस्तान सम्मेलन में जनरल मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान की कहानी अपने बच्चों को जरूर सुनानी चाहिए, ताकि वे देश के इतिहास और मकसद को समझ सकें. उन्होंने कहा,
"हम हर मामले में हिंदुओं से अलग हैं—हमारा धर्म, हमारी संस्कृति, सोच और जीवनशैली सब कुछ अलग है. इसी सोच के आधार पर द्वि-राष्ट्र सिद्धांत रखा गया और पाकिस्तान बना. हमारे पूर्वजों ने इस देश के लिए बलिदान दिया है और हम जानते हैं कि इसकी रक्षा कैसे करनी है.”
कलमे की बुनियाद पर बना पाकिस्तान
जनरल मुनीर ने अपने भाषण में कहा कि दुनिया में सिर्फ दो देश ऐसे हैं जो कलमा यानी इस्लामी आस्था की बुनियाद पर बने हैं.
उन्होंने प्रवासी पाकिस्तानियों से अपील की कि वे अपनी अगली पीढ़ी को पाकिस्तान से जुड़े रहने की भावना दें, चाहे वह तीसरी, चौथी या पांचवीं पीढ़ी ही क्यों न हो.
क्या है विवाद?
जनरल मुनीर के इस भाषण को लेकर भारत और दुनिया के कई हिस्सों में आलोचना हो रही है. सेना प्रमुख जैसे पद पर बैठे व्यक्ति का धार्मिक और भड़काऊ बातें करना पाकिस्तान की छवि पर भी सवाल खड़े करता है.
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