सपा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा मेवाड़ के शासक राणा सांगा पर दिए गए विवादित बयान की चौतरफा आलोचना हो रही है. इस बीच, पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा, "नाम राम रखा है पर मर्यादा तुझे नहीं भाती, राणा को अपमानित करके लज्जा भी नहीं आती."
राणा सांगा के शौर्य पर बोले अनुराग ठाकुर
अनुराग ठाकुर ने राणा सांगा के शौर्य का उल्लेख करते हुए कहा, "हम राणा सांगा के वंशज, गद्दारों की औलाद नहीं हैं. लेकिन तेरा खून जिहादी है, इसमें अब तनिक भी विवाद नहीं. एक हाथ नहीं, एक आंख नहीं, 84 घाव लगे तन में, लेकिन क्षत्रिय राणा सांगा रण में डटे रहे."
औरंगजेब विवाद पर भी कसा तंज
अनुराग ठाकुर ने औरंगजेब विवाद पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा, "औरंगजेब को सम्मान देने वाले सेक्यूलर लोग अब मैदान में कूद पड़े हैं. एक आक्रांता जिसने देश के बहुसंख्यकों पर अनगिनत अत्याचार किए, उसके नाम पर देश की सड़कों के नाम रखे गए. औरंगजेब की कब्र को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा दिया गया है. टैक्स पेयर्स के पैसे से उसकी कब्र पर 24 घंटे अगरबत्तियां जलाने का काम किया जाता है."
राणा सांगा को लेकर दी ऐतिहासिक सम्मान की बात
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने राणा सांगा के योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा, "जब देश राणा सांगा के शौर्य पर बात करता है, तो इसके सीने में शूल सा चुभ जाता है. राणा सांगा राजस्थान के ही नहीं, बल्कि पूरे देश के शिरोमणि थे. जिनके शरीर पर अस्सी घाव थे, आंख से लेकर हाथ तक चला गया था, फिर भी वे देश के लिए मिटने के लिए तैयार रहते थे."
भारत के भविष्य को लेकर दिया प्रेरणादायक संदेश
अनुराग ठाकुर ने 30 मार्च को देहरादून के हिमालयन कल्चरल सेंटर में हिंदू नव वर्ष के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, "आज हम इतिहास के उस मोड़ पर खड़े हैं जहां विश्व नेतृत्व के लिए भारत की ओर देख रहा है. हमें हजार साल आगे के भारत की दिशा तय करनी है और यह काम युवाओं को करना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विकास और विरासत के सामंजस्य की नीति के चलते, भारत के युवा आज पूरी दुनिया में भारत की संस्कृति की पहचान बना रहे हैं. हम ब्रांड भारत के उस निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं जहां हमारा सुनहरा और उज्जवल भविष्य दिख रहा है."