अमृतसर (पंजाब): पंजाब के अमृतसर जिले के मजीठा ब्लॉक में जहरीली शराब ने एक बार फिर कहर बरपाया है. सोमवार रात हुई इस दर्दनाक घटना में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य की हालत नाजुक बताई जा रही है. मृतकों में ज्यादातर भांगाली और मरारी कलां गांव के निवासी हैं. इलाके में शोक और दहशत का माहौल है.
एक ही स्रोत से ली गई थी शराब, सामने आया चौंकाने वाला खुलासा
स्थानीय थाना मजीठा के SHO अवतार सिंह ने बताया कि प्राथमिक जांच के अनुसार, सभी मृतकों ने रविवार शाम एक ही स्रोत से शराब का सेवन किया था. कई लोगों की हालत बिगड़ने के बाद सोमवार सुबह कुछ की मौत हो गई, लेकिन पुलिस को इसकी तत्काल सूचना नहीं दी गई. कुछ शवों का अंतिम संस्कार भी गुपचुप तरीके से कर दिया गया. "हमें शाम को इस घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद पुलिस और प्रशासन हरकत में आया," SHO ने कहा.
शराब का स्रोत बना सवाल, जांच में जुटा प्रशासन
फिलहाल नकली शराब कहां से आई, इसका पता लगाने की कोशिश की जा रही है. आशंका जताई जा रही है कि यह अवैध रूप से तैयार की गई देसी शराब हो सकती है, जो जहरीले केमिकल से बनी थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आपूर्ति श्रृंखला की जांच शुरू कर दी गई है.
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं, सिस्टम पर उठते सवाल
यह कोई पहली बार नहीं है जब पंजाब या देश के अन्य राज्यों में नकली शराब से मौतें हुई हैं. इससे पहले जनवरी 2025 में बिहार के पश्चिम चंपारण में भी ऐसी ही घटना सामने आई थी, जहां सात लोगों की जान चली गई थी. इन घटनाओं से यह साफ है कि अवैध शराब का कारोबार अब भी कई राज्यों में बेरोकटोक चल रहा है और स्थानीय प्रशासन की अनदेखी इस त्रासदी को बढ़ा रही है. विशेषज्ञों और सामाजिक संगठनों का कहना है कि अगर ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो आने वाले समय में यह बड़ी सामाजिक समस्या बन सकती है.
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