इस खिलाड़ी को छोड़कर सभी प्लेयर्स को खेलनी होगी विजय हजारे ट्रॉफी, BCCI का बड़ा आदेश

    Vijay Hazare Trophy 2025: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने घरेलू क्रिकेट को मजबूत करने और राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों को मैदान पर सक्रिय बनाए रखने के लिए एक अहम निर्णय लिया है.

    All players except Shreyas Iyer will have to play Vijay Hazare Trophy big order from BCCI
    Image Source: ANI/ File

    Vijay Hazare Trophy 2025: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने घरेलू क्रिकेट को मजबूत करने और राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों को मैदान पर सक्रिय बनाए रखने के लिए एक अहम निर्णय लिया है. बोर्ड ने निर्देश जारी किया है कि सभी मौजूदा भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी 24 दिसंबर 2025 से 18 जनवरी 2026 तक आयोजित होने वाली विजय हजारे ट्रॉफी में कम से कम दो मैच खेलेंगे. इस कदम का उद्देश्य खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में उतरने का मौका देना और उनकी फॉर्म बनाए रखना है.

    इस फरमान के अनुसार, विराट कोहली, रोहित शर्मा, शुभमन गिल, जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, हार्दिक पंड्या और सूर्यकुमार यादव जैसे सीनियर खिलाड़ी अपनी राज्य टीमों के लिए खेलने उतरेंगे. बीसीसीआई का मानना है कि सीनियर खिलाड़ियों का घरेलू क्रिकेट में खेलना नए खिलाड़ियों के लिए सीखने का मौका भी बनेगा और टीम इंडिया के खिलाड़ियों की तैयारियों में सुधार होगा. विराट कोहली ने पहले ही अपनी उपलब्धता की पुष्टि कर दी है.

    एक खिलाड़ी को मिली छूट

    हालांकि, इस नियम में सिर्फ एक खिलाड़ी को छूट दी गई है. श्रेयस अय्यर को इस बार विजय हजारे ट्रॉफी में खेलने की आवश्यकता नहीं होगी. उनके साथ यह छूट इसलिए दी गई क्योंकि हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान उन्हें चोट लगी थी और वह फिलहाल रिकवरी की प्रक्रिया में हैं. बीसीसीआई ने उनके स्वास्थ्य को देखते हुए आराम देने का फैसला लिया.

    टूर्नामेंट का समय और मैचों का वितरण

    विजय हजारे ट्रॉफी 24 दिसंबर 2025 से शुरू होकर 18 जनवरी 2026 तक चलेगी. इस दौरान कुल छह राउंड खेले जाएंगे. बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि खिलाड़ी और उनके राज्य संघ तय करेंगे कि वे किन दो राउंड में हिस्सा लेना चाहते हैं. लेकिन यह भी साफ कर दिया गया है कि कम से कम दो मैचों में भाग लेना सभी सीनियर खिलाड़ियों के लिए अनिवार्य होगा.

    घरेलू क्रिकेट पर जोर का कारण

    इस कदम के पीछे ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया के टेस्ट प्रदर्शन और सीनियर खिलाड़ियों की घरेलू मैचों में सक्रियता को लेकर की गई सिफारिशें भी एक बड़ा कारण हैं. बोर्ड का मानना है कि घरेलू क्रिकेट में खिलाड़ियों का समय बिताना उनकी फिटनेस और फॉर्म बनाए रखने के लिए जरूरी है. इसके अलावा, सीनियर खिलाड़ियों का घरेलू मैदान में खेलना नए खिलाड़ियों के लिए मार्गदर्शन और अनुभव का स्रोत भी बनेगा.

    अगली चुनौती: न्यूजीलैंड सीरीज

    बीसीसीआई ने यह भी ध्यान में रखा है कि साउथ अफ्रीका सीरीज के बाद 11 जनवरी 2026 से न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज शुरू होगी. ऐसे में विजय हजारे ट्रॉफी के दो मैचों का हिस्सा बनकर खिलाड़ी इस अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिए तैयारियों को और मजबूत कर सकते हैं. बोर्ड की योजना है कि इस ब्रेक का इस्तेमाल करके सीनियर खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट से जुड़े रहें और टीम इंडिया की रणनीति के हिसाब से पूरी तरह मैच फिट रहें.

    इस नई नीति से न सिर्फ टीम इंडिया के खिलाड़ियों की क्षमता में सुधार होगा बल्कि घरेलू क्रिकेट की प्रतिस्पर्धा और स्तर भी बढ़ेगा. बीसीसीआई का यह कदम खिलाड़ियों की लंबी पारी और भारतीय क्रिकेट की मजबूती के लिए एक रणनीतिक प्रयास माना जा रहा है.

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