मुंबई: भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत हो गई है. रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद, चयनकर्ताओं ने भरोसा जताया है युवा बल्लेबाज शुभमन गिल पर, जिन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए टीम का नया टेस्ट कप्तान नियुक्त किया गया है. उनके डिप्टी होंगे विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत, जो अपनी चोट से वापसी के बाद अब टीम में एक स्थायी नेतृत्वकर्ता के रूप में देखे जा रहे हैं.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह ऐलान किया और टीम के चयन के पीछे की सोच को स्पष्ट किया.
कप्तान एक-सीरीज की सोच से नहीं चुना जाता
अगरकर ने साफ शब्दों में कहा कि शुभमन को सिर्फ एक या दो सीरीज के लिए कप्तान नहीं चुना गया है. अगरकर ने कहा, "हम नेतृत्व में निवेश करना चाहते हैं, प्रयोग नहीं. पिछले एक साल में हमने शुभमन की बल्लेबाज़ी ही नहीं, उनकी परिपक्वता और ड्रेसिंग रूम में प्रभाव को भी देखा है. खिलाड़ियों और टीम मैनेजमेंट से मिली प्रतिक्रिया सकारात्मक रही."
चयनकर्ताओं की इस रणनीति को युवा नेतृत्व को अवसर देने की दिशा में एक स्पष्ट संकेत माना जा रहा है, विशेषकर उस दौर में जब भारतीय टेस्ट टीम पुनर्निर्माण की प्रक्रिया से गुजर रही है.
कोहली और रोहित: एक युग का अंत
अप्रैल की शुरुआत में विराट कोहली ने चयनकर्ताओं को सूचित किया था कि वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते हैं. रोहित शर्मा ने भी 7 मई को संन्यास की घोषणा की. अगरकर ने कहा, "विराट और रोहित दोनों दिग्गज हैं. हमने उन्हें वर्षों तक भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते देखा है. उनकी अनुपस्थिति निश्चित रूप से महसूस होगी, लेकिन हर युग को एक नई शुरुआत की ज़रूरत होती है."
बुमराह पर सीमित उम्मीदें, शमी फिट नहीं
टीम इंडिया के पेस अटैक को लेकर भी कई सवाल उठे. अगरकर ने स्पष्ट किया कि जसप्रीत बुमराह संभवतः पूरे इंग्लैंड दौरे के लिए उपलब्ध नहीं होंगे. "डॉक्टर्स और फिजियो का कहना है कि बुमराह सभी पांच टेस्ट नहीं खेल पाएंगे. लेकिन अगर वह तीन या चार मैचों में भी उपलब्ध होते हैं, तो वह भारत को जीत दिला सकते हैं."
वहीं तेज़ गेंदबाज मोहम्मद शमी फिलहाल पूरी तरह फिट नहीं हैं. हाल में हुई मेडिकल जांच में उनकी चोट फिर उभर आई है और MRI रिपोर्ट्स ने चिंताओं को बढ़ाया है.
श्रेयस अय्यर की गैरमौजूदगी पर सफाई
श्रेयस अय्यर, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया, इस टेस्ट टीम में शामिल नहीं किए गए हैं. इस पर अगरकर ने कहा, "श्रेयस अच्छे फॉर्म में हैं, लेकिन मौजूदा संतुलन और टीम की ज़रूरतों को देखते हुए इस समय उनके लिए टेस्ट टीम में जगह नहीं बन पाई है."
टीम चयन में दिखाई दी स्पष्ट दिशा
इस बार के चयन में एक बात स्पष्ट थी, चयनकर्ता दीर्घकालिक योजना के तहत फैसले ले रहे हैं. शुभमन गिल को कप्तान बनाना, ऋषभ पंत पर भरोसा जताना, और फिटनेस पर बिना समझौता किए शमी और बुमराह के मामले को अलग-अलग तरीके से संभालना, यह सब एक संगठित सोच की ओर इशारा करता है.
भारत की यह टीम इंग्लैंड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कैसी प्रतिक्रिया देती है, यह देखना दिलचस्प होगा. लेकिन इतना तो तय है कि भारतीय टेस्ट क्रिकेट अब एक नए दौर में प्रवेश कर चुका है, जहां युवा कंधों पर बड़ी जिम्मेदारियां हैं, और दिग्गजों की छाया अब पीछे छूट चुकी है.
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