गाजियाबाद के आसमान में लगातार गरज रहे वायुसेना के विमान, भारत-पाकिस्‍तान तनाव के बीच क्या होने वाला है?

    जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान जाने के बाद भारत का गुस्सा साफ तौर पर नजर आ रहा है.

    Air Force planes Ghaziabad India-Pakistan tension
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान जाने के बाद भारत का गुस्सा साफ तौर पर नजर आ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साफ कर दिया है कि दोषियों को ऐसी सज़ा मिलेगी जिसकी वे कल्पना भी नहीं कर सकते. ऐसे में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर गतिविधियों में अचानक तेज़ी देखी जा रही है.

    हिंडन एयरबेस पर युद्ध जैसी तैयारियां

    देश के सबसे बड़े और सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाले हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर इन दिनों सुरक्षा व्यवस्था अभूतपूर्व रूप से कड़ी कर दी गई है. एयरबेस के अंदर ही नहीं, आसपास के इलाकों में भी सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो चुकी हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वायुसेना के लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर लगातार उड़ान भर रहे हैं, जिससे साफ है कि सेना पूरी तरह से अलर्ट मोड में है.

    सामरिक तैयारी और रणनीतिक दृष्टिकोण

    हिंडन एयरबेस से मिग-29, सुखोई-30 और C-130J सुपर हरक्यूलिस जैसे आधुनिक विमान संचालित होते हैं. यह एयरबेस न केवल दिल्ली की सुरक्षा का मजबूत गढ़ है, बल्कि पाकिस्तान और चीन की सीमाओं पर तत्काल प्रतिक्रिया देने की दृष्टि से भी बेहद अहम है. मौजूदा हालात में यह पूरी तरह से तैयार स्थिति में है.

    तीनों सेनाएं अलर्ट पर

    सूत्रों की मानें तो थलसेना, वायुसेना और नौसेना – तीनों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. वायुसेना के चॉपर लगातार आकाश में मंडरा रहे हैं, जो निगरानी बढ़ाने के साथ-साथ किसी भी आपात कार्रवाई के लिए तैनात हैं. गाजियाबाद के आसमान में एक के बाद एक एयरक्राफ्ट्स की उड़ान ने यह संकेत दे दिया है कि भारत हर हालात के लिए पूरी तरह तैयार है.

    फिलहाल शांति, पर तैयारी मुकम्मल

    हालांकि आधिकारिक रूप से अभी तक किसी जवाबी कार्रवाई की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की सैन्य ताकत अब चुप नहीं बैठेगी. देश की जनता भी अब आतंक के खिलाफ ठोस कार्रवाई की उम्मीद कर रही है. पहलगाम की घटना ने जहां पूरे देश को झकझोर दिया है, वहीं सुरक्षा एजेंसियां किसी भी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह से सतर्क हैं.

    ये भी पढ़ेंः मासूम ने सुनाई, पहलगाम हमले की कहानी : 'पापा को कब गोली लगी, देख नहीं पाया'