7 साल पहले का वो 'रेड अलर्ट', जो बना अहमदाबाद प्लेन क्रैश की वजह; अगर ऐसा होता तो बच जाती 270 लोगों की जान

    अहमदाबाद में 12 जून 2025 को हुए एयर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान हादसे के बाद एयरक्राफ्ट एक्‍सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्‍यूरो (एएआईबी) ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है.

    Ahmedabad plane crash reason 270 lives would have been saved
    अहमदाबाद प्लेन क्रैश | Photo: ANI

    अहमदाबाद में 12 जून 2025 को हुए एयर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान हादसे के बाद एयरक्राफ्ट एक्‍सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्‍यूरो (एएआईबी) ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है. हालांकि, इस रिपोर्ट में जो तथ्‍य सामने आए हैं, उससे यह सवाल अब और भी गंभीर हो गया है कि क्या इस विमान दुर्घटना को रोका जा सकता था. एएआईबी की रिपोर्ट के अनुसार, इस हादसे का मुख्य कारण विमान के फ्यूल कंट्रोल स्विच में आई तकनीकी खामी को माना जा रहा है, जिसे पहले भी अन्य बोइंग विमानों में देखा जा चुका था. अगर समय रहते इसे गंभीरता से लिया गया होता तो शायद 270 लोगों की जान बचाई जा सकती थी.

    फ्यूल कंट्रोल स्विच की खामी

    एएआईबी की रिपोर्ट के अनुसार, इस दुर्घटना के पीछे फ्यूल कंट्रोल स्विच का लॉकिंग फीचर ठीक से काम नहीं करना था, जिससे विमानों में फ्यूल कंट्रोल स्विच की डिसएंगेजमेंट (खराबी) की समस्या उत्पन्न हुई. रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि यह पहली बार नहीं था जब ऐसी खामी सामने आई हो. 2018 में ही बोइंग के पायलट्स ने इस समस्या की जानकारी दी थी. इसके बाद, अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने 17 दिसंबर 2018 को एक स्पेशल एयरवर्थनेस इंफॉर्मेशन बुलेटिन (SAIB) जारी किया था, जिसमें इस समस्या का उल्लेख किया गया था.

    लेकिन एफएए ने इसे केवल एक सामान्य सूचना के रूप में पेश किया, और इसे गंभीरता से नहीं लिया. साथ ही, बोइंग कंपनी और एयर इंडिया ने भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे एक जानलेवा हादसा हो गया.

    एफएए की भूमिका पर सवाल

    इससे भी बड़ी बात यह है कि एफएए ने इस बुलेटिन को केवल "सलाह" के तौर पर जारी किया था, जिसे अनिवार्य नहीं माना गया. इसके बावजूद, बोइंग और एयर इंडिया ने इस दिशा में कोई भी जांच करने की जरूरत महसूस नहीं की. नतीजा यह हुआ कि विमान के क्रैश होने के बाद 270 लोगों की जान चली गई. यह स्पष्ट है कि यदि एफएए ने इसे एक गंभीर सुरक्षा मुद्दा माना होता और विमानन कंपनी और एयर इंडिया ने समय रहते इसकी जांच की होती, तो शायद इस हादसे से बचा जा सकता था.

    बोइंग 787-8 में समान समस्या

    एएआईबी की रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि फ्यूल कंट्रोल स्विच का डिजाइन बोइंग के कई एयरक्राफ्ट मॉडल्स में समान था, जिसमें बोइंग 787-8 विमान VT-ANB भी शामिल था. रिपोर्ट के अनुसार, बोइंग 787-8 में जो पार्ट नंबर 4TL837-3D था, उसमें भी वही खामी थी, जिसे एफएए ने बुलेटिन में बताया था. यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि एक गंभीर खामी के बावजूद, कोई भी संबंधित पक्ष इस मुद्दे को हल करने में गंभीर नहीं था.

    विमान में बदलाव और जांच की कमी

    एएआईबी की रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि हादसे से पहले, एयर इंडिया के प्‍लेन VT-ANB में थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल को 2019 और 2023 में बदला गया था, लेकिन इस बदलाव का कारण फ्यूल कंट्रोल स्विच से जुड़ी समस्या नहीं था. हालांकि, 2023 के बाद से फ्यूल कंट्रोल स्विच से जुड़ी कोई खामी नहीं पाई गई, लेकिन इससे पहले विमान में यह समस्या कई बार आ चुकी थी, जिससे सुरक्षा के प्रति लापरवाही का इशारा मिलता है.

    दुर्घटना में मारे गए लोग

    इस हादसे में विमान में सवार 241 लोग मारे गए, जिनमें 230 यात्री, 10 केबिन क्रू और 2 फ्लाइट क्रू सदस्य शामिल थे. इसके अतिरिक्त, विमान के गिरने से 19 अन्य लोग भी अपनी जान गंवा बैठे. हादसे में घायल हुए कई लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है.

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