दिवाली पर मिला कम बोनस तो भड़के टोल कर्मियों ने फ्री में निकाल दिए हजारों वाहन, करा दिया लाखों का नुकसान

    दीपावली से पहले बोनस को लेकर असंतुष्ट कर्मचारियों ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे स्थित फतेहाबाद टोल प्लाजा पर टोल कलेक्शन को पूरी तरह रोक दिया. कर्मचारियों ने विरोध स्वरूप सभी टोल गेट खोल दिए, जिससे हजारों वाहन बिना टोल चुकाए निकल गए.

    Agra Lucknow Expressway Toll Plaza Left Open as Staff Protest Diwali Bonus
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    आगराः दीपावली से पहले बोनस को लेकर असंतुष्ट कर्मचारियों ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे स्थित फतेहाबाद टोल प्लाजा पर टोल कलेक्शन को पूरी तरह रोक दिया. कर्मचारियों ने विरोध स्वरूप सभी टोल गेट खोल दिए, जिससे हजारों वाहन बिना टोल चुकाए निकल गए. इस स्थिति से टोल कंपनी को लाखों रुपये का नुकसान हुआ, वहीं पुलिस को भी मौके पर पहुंचकर स्थिति संभालनी पड़ी.

    बोनस से असंतोष, खुल गए टोल गेट

    फतेहाबाद टोल पर कार्यरत 21 कर्मचारियों को दीपावली बोनस के तौर पर केवल ₹1100 दिए गए थे. कर्मचारियों का कहना था कि यह राशि उनकी मेहनत के मुकाबले बहुत कम है. जब उनकी मांगों की अनदेखी हुई तो उन्होंने विरोध में टोल के सभी गेट खोल दिए. परिणामस्वरूप सैकड़ों गाड़ियाँ फ्री में गुजर गईं और टोल राजस्व को भारी क्षति पहुँची.

    पुलिस के हस्तक्षेप से बनी बात

    घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुँची और हालात पर नियंत्रण पाया. पुलिस अधिकारियों ने टोल कर्मचारियों और प्रबंधन के बीच वार्ता कराई. बातचीत के दौरान टोल कंपनी ने कर्मचारियों को 10% वेतन वृद्धि का आश्वासन दिया. इसके बाद करीब दो घंटे बाद कर्मचारी अपने काम पर लौटे.

    प्रदर्शन के बीच दूसरे टोल से मंगाए गए कर्मचारी

    टोल संचालन बनाए रखने के लिए प्रबंधन ने अन्य टोल प्लाजा से कर्मचारियों को बुलाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उन्हें काम नहीं करने दिया. इससे टोल प्लाजा पर अफरा-तफरी की स्थिति बन गई. स्थिति को संभालने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ा.

    ठेका मार्च 2025 तक, बोनस पर मतभेद

    फतेहाबाद टोल प्लाजा का संचालन 'श्री साइन एंड दातार' कंपनी के पास है, जिसने मार्च 2025 तक इसका ठेका लिया है. कंपनी का कहना है कि चूंकि उन्होंने मार्च में ही कार्यभार संभाला है, इसलिए पूरे साल का बोनस देना संभव नहीं है. वहीं, कर्मचारी इस तर्क को मानने को तैयार नहीं थे और यही विवाद का कारण बना.

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