जमीन के बाद अब समुद्र में भी आमने-सामने आए भारत-पाकिस्तान, नौसेनाओं ने शुरू की फायरिंग और बमबारी

    क्षिण एशिया की दो परमाणु शक्तियों भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती रणनीतिक सतर्कता एक बार फिर सुर्खियों में है. कश्मीर में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद तनाव चरम पर है, लेकिन अब यह केवल भूमि तक सीमित नहीं रह गया है. दोनों देश अरब सागर में भी सक्रिय युद्धाभ्यास कर रहे हैं.

    After land, India and Pakistan now face to face in the sea as well, navies started firing and bombing
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    नई दिल्ली: दक्षिण एशिया की दो परमाणु शक्तियों भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती रणनीतिक सतर्कता एक बार फिर सुर्खियों में है. कश्मीर में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद तनाव चरम पर है, लेकिन अब यह केवल भूमि तक सीमित नहीं रह गया है. दोनों देश अरब सागर में भी सक्रिय युद्धाभ्यास कर रहे हैं.

    हालांकि यह किसी सीधी भिड़ंत का संकेत नहीं, बल्कि समुद्री क्षेत्र में अपनी सैन्य तैयारी को परखने और संभावित खतरों से निपटने की पूर्व-सावधानी के रूप में देखा जा रहा है.

    भारत-पाकिस्तान की नौसेनाएं सक्रिय

    विश्वसनीय ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस के अनुसार, पाकिस्तान की नौसेना ने अरब सागर में 30 अप्रैल से 2 मई तक के लिए NOTAM (Notice to Air Missions) जारी किया है. इसके तहत नेवल शिप फायरिंग (नौसैनिक अभ्यास) का संचालन किया जा रहा है.

    वहीं, भारत ने भी लगभग इसी समय सीमा में गुजरात तट के समीप चार अलग-अलग समुद्री क्षेत्रों में नोटम जारी किया है, जो 30 अप्रैल शाम से 3 मई शाम तक प्रभावी रहेगा.

    यह दोनों गतिविधियाँ एक-दूसरे के विरोध में नहीं, बल्कि समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय ताकत का प्रदर्शन करने के नजरिए से देखी जा रही हैं.

    NOTAM क्या है और क्यों ज़रूरी है?

    NOTAM (Notice to Air Missions) एक प्रकार का चेतावनी संदेश होता है, जो किसी हवाई क्षेत्र या समुद्री इलाके में संभावित सैन्य गतिविधियों, परीक्षणों या खतरों की जानकारी देता है. यह अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत पायलटों और समुद्री जहाजों को सतर्क करता है ताकि वे उस क्षेत्र में प्रवेश से बचें.

    इसका मुख्य उद्देश्य सुरक्षा सुनिश्चित करना और टकराव की संभावना को टालना होता है.

    क्या यह युद्ध की तैयारी है?

    हालांकि दोनों देशों की नौसेनाएं एक-दूसरे के काफी नजदीक अभ्यास कर रही हैं, लेकिन फिलहाल इसे सीधे युद्ध की तैयारी कहना अतिशयोक्ति होगा. ये अभ्यास दर्शाते हैं कि:

    • भारत और पाकिस्तान दोनों ही अपनी समुद्री क्षमता को सजग और सक्रिय बनाए रखना चाहते हैं.
    • यह डिटरेंस (निवारक ताकत) दिखाने का भी माध्यम है, खासकर ऐसे समय में जब कश्मीर में हमले के बाद तनाव पहले से ज्यादा है.

    पाकिस्तान की बयानबाजी

    पाकिस्तान के राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व की तरफ से हाल के दिनों में आक्रामक भाषा और युद्ध की आशंका जताने वाले बयान सामने आए हैं. वहीं, भारत ने अब तक संयमित लेकिन तैयार रहने वाला रुख अपनाया है.

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