गाजा क्षेत्र में रविवार को राहत सहायता का इंतजार कर रहे 85 लोग इजराइल द्वारा की गई गोलीबारी में मारे गए. फिलिस्तीन क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय और स्थानीय अस्पतालों के अनुसार, इस हमले में दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं. सबसे ज्यादा मौतें उत्तरी गाजा में हुईं, जहां राहत सामग्री का इंतजार कर रहे 79 फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए.
उत्तरी गाजा में बढ़ी मौतों की संख्या
स्थानीय अस्पतालों के अनुसार, गोलीबारी में 150 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इजराइली सेना ने राहत वितरण केंद्रों के पास मौजूद भीड़ पर गोलियां चलाईं. इस दौरान, कुवैत स्पेशलाइज्ड फील्ड हॉस्पिटल ने बताया कि खान यूनिस शरणार्थी शिविर में 7 फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें एक 5 साल का बच्चा भी शामिल था. यह घटनाएं गाजा में युद्ध की स्थिति और मानवीय संकट को और भी बढ़ा रही हैं.
राहत वितरण केंद्रों के पास हिंसा
यह गोलीबारी उन केंद्रों के पास हुई, जहां गाजा मानवतावादी कोष (जीएचएफ) के तहत राहत सामग्री वितरित की जा रही थी. जीएचएफ अमेरिकी और इजराइली समर्थित संगठन है, जो फिलिस्तीनियों को खाद्य और अन्य जरूरी सामग्रियां प्रदान करता है. सैन्य प्रवक्ता अविचाय अद्राई ने लोगों से मुवासी क्षेत्र की ओर जाने की अपील की है, जो गाजा के दक्षिणी तट पर स्थित एक बेहद सीमित बुनियादी सुविधाओं वाला क्षेत्र है. इस क्षेत्र को इजराइली सेना ने "मानवीय क्षेत्र" के रूप में घोषित किया है.
कतर में युद्धविराम पर बातचीत
यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम को लेकर कतर में बातचीत हो रही है. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों के अनुसार, अभी तक इन वार्ताओं में कोई ठोस परिणाम नहीं निकला है. इस महीने की शुरुआत में, इजराइली सेना ने दावा किया था कि गाजा पट्टी के 65 प्रतिशत से अधिक हिस्से पर उसका नियंत्रण है, और उसे अपनी सैन्य रणनीति के हिसाब से आगे बढ़ने का पूरा अधिकार है.
इजराइली सेना की नई चेतावनी
इजराइली सेना ने रविवार को गाजा के मध्य क्षेत्र के नागरिकों के लिए एक नई निकासी चेतावनी जारी की है. इस चेतावनी के बाद, दीर अल-बलाह और गाजा के दक्षिणी शहरों रफा और खान यूनुस के बीच संपर्क टूट गया है. इजराइली सेना ने नागरिकों से अपील की है कि वे मुवासी क्षेत्र में चले जाएं, जो अब एक "सुरक्षित क्षेत्र" के रूप में घोषित किया गया है. साथ ही, सेना ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर कोई भी हमलावर मिला, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.
राहत एजेंसियों की स्थिति
इन निकासी आदेशों के बावजूद, कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां राहत सामग्री वितरण के लिए इन क्षेत्रों में मौजूद हैं, लेकिन इन संगठनों ने अभी तक इस आदेश पर कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है. इस बीच, गाजा में बढ़ती हिंसा और मानवीय संकट ने पूरी दुनिया की निगाहें इस संघर्ष पर टिका दी हैं. यह घटनाएं गाजा की विकट स्थिति को और अधिक जटिल बना रही हैं, जहां युद्ध, मानवीय संकट, और सहायता की कमी के बीच सामान्य जीवन की उम्मीदें और भी धुंधली होती जा रही हैं.
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