UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 मई को अयोध्या में आयोजित ‘श्री हनुमत कथा मण्डपम’ के लोकार्पण कार्यक्रम में न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक जागरण की बात की, बल्कि शहीदों के परिवारों के लिए 50 लाख की सहायता और नौकरी देने की घोषणा करके पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा.
शहीद परिवारों के लिए सम्मान और संबल
सीएम योगी ने स्पष्ट कहा कि, "जो जवान देश की सुरक्षा में शहीद होगा, उसे 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और उसके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी." बता दें कि यह पहल केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि राष्ट्र के रक्षकों के प्रति कृतज्ञता का जीवंत उदाहरण है.
अयोध्या का बदला स्वरूप
मुख्यमंत्री ने अयोध्या के ऐतिहासिक परिवर्तन को याद करते हुए कहा कि एक समय था जब अयोध्या उपेक्षा और अव्यवस्था का शिकार थी. लेकिन आज यह शहर न सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि विकास और गौरव का प्रतीक भी बन चुका है. सीएम योगी ने कहा कि "गिलहरी की तरह अयोध्यावासियों ने भी योगदान बिना विरोध, पूरे धैर्य के साथ दिया."
हनुमत कथा मण्डपम
हनुमानगढ़ी में बना हनुमत कथा मण्डपम अब केवल एक भवन नहीं, बल्कि सनातन परंपरा का गौरव बन चुका है. योगी ने इसे बुद्धि और शक्ति का संगम बताया और इसे ‘न भूतो न भविष्यति’ समय का प्रतीक कहा. सीएम योगी ने याद दिलाया कि कैसे राम मंदिर निर्माण के पीछे दशकों की तपस्या रही और 2020 में आए ऐतिहासिक फैसले के बाद रामलला की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण की शुरुआत हुई.
सीएम योगी ने पीएम मोदी के एक पुराने वक्तव्य की याद दिलाई. उन्होंने कहा कि, "प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था: 'सौगंध राम की खाई है, मंदिर वही बनाएंगे', और उन्होंने वह करके दिखाया." उन्होंने आगे कहा कि, “जैसे काशी में काल भैरव के दर्शन बिना बाबा विश्वनाथ के दर्शन अधूरे माने जाते हैं, वैसे ही अयोध्या में हनुमानगढ़ी के दर्शन बिना रामलला दर्शन अधूरे हैं.”
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