Goa Arpora Nightclub Fire: गोवा के अरपोरा गांव में स्थित एक नाइट क्लब में हुए भयंकर हादसे ने राज्य और देश में सनसनी मचा दी है. इस हादसे में सिलेंडर ब्लास्ट और आग लगने के कारण कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई. घटना की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने तुरंत जांच शुरू कर दी है और कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है.
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया कि आग क्लब के अंदर “इलेक्ट्रिक पटाखे” फोड़ने के कारण लगी. इस हादसे में शामिल नाइट क्लब के मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
#WATCH | Fire at a restaurant in North Goa’s Arpora, claiming 25 lives | Goa CM Pramod Sawant says, "At present, four people have been arrested... We have already sealed the other club of Romeo Lane. The government does not promote any illegal nightclub..."
— ANI (@ANI) December 7, 2025
Goa DGP Alok Kumar… pic.twitter.com/4FGA5AEdiy
आरोपियों की गिरफ्तारी और कार्रवाई
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि फिलहाल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में चीफ जनरल मैनेजर राजीव मोदक, जनरल मैनेजर विवेक सिंह, बार मैनेजर राजवीर सिंघानिया और गेट मैनेजर प्रियांशु ठाकुर शामिल हैं. इसके साथ ही क्लब के मालिकों के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है.
सावंत ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार किसी भी गैरकानूनी नाइट क्लब या व्यावसायिक स्थल को बढ़ावा नहीं देती और ऐसे संस्थानों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी. उन्होंने बताया कि पहले ही क्लब के रोमियो लेन स्थित दूसरे शाखा को बंद कर दिया गया है.
जांच के लिए गठित की गई कमेटी
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने जांच कमेटी भी गठित की है, जिसकी अध्यक्षता राजस्व सचिव करेंगे. यह कमेटी उन सभी नाइट क्लब, रेस्टोरेंट और व्यावसायिक स्थलों का ऑडिट करेगी, जो वैध अनुमति के बिना संचालित हो रहे हैं और जहां बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने की संभावना रहती है.
कमेटी की जिम्मेदारी होगी कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए एसओपी (Standard Operating Procedure) तैयार किया जाए. इसके अलावा, SDMA ने भी सभी व्यावसायिक संस्थानों को सुरक्षा संबंधी निर्देश जारी किए हैं ताकि आग और अन्य दुर्घटनाओं की संभावना को कम किया जा सके.
आपात स्थिति और प्रशासन की प्रतिक्रिया
गोवा के मुख्यमंत्री ने बताया कि हादसा शनिवार रात 11.45 बजे हुआ. फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज और पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची. प्रारंभिक तौर पर आग बुझाने के दौरान फर्श पर दो शव पाए गए. बाद में किचन में 23 और शव मिले, जिनकी मौत दम घुटने से हुई.
सावंत ने बताया कि राज्य प्रशासन और गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इस दुखद घटना की समीक्षा कर रहे हैं और राज्य सरकार ने साउथ गोवा कलेक्टर, फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज के डिप्टी डायरेक्टर, और फोरेंसिक लैब के डायरेक्टर से मिलकर एक विशेष जांच कमेटी गठित की है. कमेटी की रिपोर्ट एक हफ्ते के भीतर सार्वजनिक की जाएगी.
हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के लिए नए दिशा-निर्देश
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य के सभी नाइट क्लब और अन्य व्यावसायिक संस्थानों के लिए एक एडवाइजरी जारी की जाएगी. इसमें सभी से सुरक्षा उपायों को पुख्ता करने और वैध अनुमति लेने का निर्देश दिया जाएगा.
सावंत ने कहा कि जिन्होंने नियमों का उल्लंघन कर क्लब संचालित किया, उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी. जिन सरकारी अधिकारियों ने ऐसे क्लबों को अनुमति दी, उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है.
मुआवजा और सहायता
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों के लिए राहत पैकेज की घोषणा भी की. उन्होंने कहा कि मृतकों के सबसे करीबी रिश्तेदारों को पांच लाख रुपये और घायल हुए व्यक्तियों को पचास हजार रुपये की मदद स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी फंड से प्रदान की जाएगी. इसके साथ ही मृतकों के पार्थिव शरीर को उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है. सावंत ने यह भी कहा कि राज्य प्रशासन इस हादसे से सीख लेकर भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सख्त निगरानी और ऑडिट प्रक्रिया लागू करेगा.
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