'क्या कर रहे थे लाइफ गार्ड नहीं बचाई 11 साल के मासूम की जान', परिजनों ने लगाए कई आरोप

    ठाणे (महाराष्ट्र): खेल-कूद और फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए गोपीनाथ मुंडे स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में रविवार को एक ऐसी घटना घटी, जिसने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया. 11 साल के ग्रंथ मुथा की स्विमिंग के दौरान डूबने से मौत हो गई.

    11-Year-Old Boy Drowns In Swimming Pool At MBMC-Run Sports Complex During Summer Camp
    Representative Image: Freepik

    ठाणे (महाराष्ट्र): खेल-कूद और फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए गोपीनाथ मुंडे स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में रविवार को एक ऐसी घटना घटी, जिसने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया. 11 साल के ग्रंथ मुथा की स्विमिंग के दौरान डूबने से मौत हो गई. यह हादसा 20 अप्रैल को मीरा रोड इलाके में स्थित इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के स्विमिंग पूल में हुआ, जहां ग्रंथ पिछले सात दिनों से स्विमिंग सीखने जाया करता था.

    15 मिनट तक पानी में डूबा रहा, किसी ने नहीं देखा

    परिवार का आरोप है कि ग्रंथ करीब 15 मिनट तक स्विमिंग पूल के अंदर पड़ा रहा, और किसी ने समय रहते ध्यान नहीं दिया. 45 मिनट बाद जब बाकी बच्चों ने उसे न पाकर शोर मचाया, तब खोजबीन शुरू हुई और उसका शरीर पानी में तैरता मिला. हालांकि कॉम्प्लेक्स प्रशासन दावा कर रहा है कि पूल पर 6-7 लाइफगार्ड्स तैनात थे, लेकिन प्रत्यक्षदर्शी कहते हैं कि उस वक्त कोई भी लाइफगार्ड मौजूद नहीं था. सच्चाई अब CCTV फुटेज से ही सामने आ सकेगी, जिसकी सार्वजनिक मांग परिवार और स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही है.

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    मेधावी छात्र, उज्ज्वल भविष्य लेकिन समय से पहले बुझ गया दीपक

    ग्रंथ मुथा, तपोवन विद्यालय में छठी कक्षा का छात्र था और हाल ही में सिंगापुर की एक प्रतिष्ठित परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया था. दो भाइयों में छोटा ग्रंथ शुरू से ही पढ़ाई और खेल-कूद में तेज़ था. लेकिन एक अनदेखी, एक लापरवाही ने उस परिवार के सपनों को हमेशा के लिए तोड़ दिया.

    गुस्सा और ग़म – परिजनों ने उठाई कार्रवाई की मांग

    घटना की खबर मिलते ही मीरा-भायंदर के विधायक नरेंद्र मेहता, पूर्व नगरसेवक सुरेश खंडेलवाल और कई स्थानीय नेता व लोग अस्पताल पहुंचे. उन्होंने मौके पर ही परिवार से मिलकर सांत्वना दी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया. महेंद्र जैन, जो मृतक परिवार के करीबी हैं, उन्होंने सवाल उठाया कि "अगर वहां एक भी सतर्क लाइफगार्ड होता, तो क्या ग्रंथ की जान बचाई जा सकती थी." उन्होंने प्रशासन से मांग की कि स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का ठेका तत्काल रद्द किया जाए. सभी जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ FIR दर्ज की जाए. CCTV फुटेज को सार्वजनिक किया जाए. और भविष्य में ऐसे संस्थानों की सुरक्षा मानकों की नियमित जांच हो.