नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने गुरुवार को इशारा किया कि इंडिया गठबंधन की एकता उनकी पार्टी की कीमत पर नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रीय दल चाहते हैं कि कांग्रेस बैकफुट पर रहे.
मसूद ने कहा, "इंडिया गठबंधन के भविष्य का सवाल सभी को चिंतित करता है. ऐसा नहीं हो सकता कि आप कांग्रेस को दबा दें."
#WATCH | Delhi | Congress MP Imran Masood says, "The question about the future of the INDIA alliance concerns everyone. It cannot happen that you will suppress Congress. The regional parties want Congress to stay on the back foot. We take everyone along regarding the national… pic.twitter.com/QJgGkEu1gH
— ANI (@ANI) February 13, 2025
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क्षेत्रीय दल चाहते हैं कांग्रेस बैकफुट पर रहे : इमरान मसूद
उन्होंने कहा, "क्षेत्रीय दल चाहते हैं कि कांग्रेस बैकफुट पर रहे. हम राष्ट्रीय एजेंडे के बारे में सभी को साथ लेकर चलते हैं, लेकिन हम अपनी पार्टी को भंग नहीं कर सकते."
2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करने के बाद इंडिया ब्लॉक को बड़ा झटका लगा है. हाल ही में दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था, हालांकि वे इंडिया ब्लॉक का हिस्सा थे.
सीनियर नेता कपिल सिब्बल ने दिया गठबंधन को ये सुझाव
सीनियर अधिवक्ता और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने मंगलवार को कहा कि गठबंधन को एक साथ बैठकर और सावधानीपूर्वक काम करके चीजों को सुलझाना होगा.
कांग्रेस के बारे में बोलते हुए, सिब्बल ने कहा कि पार्टी हमेशा एक साथ काम करने और सहमति से आगे बढ़ने की कोशिश करती है. हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कभी-कभी गठबंधन को 2020 के बिहार विधानसभा चुनावों का उदाहरण देते हुए समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जहां कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन ने 'महागठबंधन' को बहुमत तक पहुंचने से रोक दिया.
सिब्बल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, "कांग्रेस पार्टी हमेशा एक साथ काम करने और सहमति से आगे बढ़ने की कोशिश करती है. यह सच है कि कई बार समस्याएं होती हैं. बिहार में पिछले चुनाव में, कांग्रेस को सीटें दी गईं, लेकिन वे जीत नहीं पाईं और आरजेडी ने कहा कि वे कांग्रेस की वजह से सत्ता में नहीं आ सके. सभी दलों (भारत गठबंधन के) को यह तय करना होगा कि चुनाव कैसे लड़ना है."
भाजपा दिल्ली में आप-कांग्रेस को हराकर सत्ता में आई
8 फरवरी को दिल्ली चुनावों में भाजपा दो-तिहाई बहुमत हासिल करके सत्ता में आई. सत्तारूढ़ आप को भारी नुकसान उठाना पड़ा, 70 सदस्यीय विधानसभा में इसकी संख्या में उल्लेखनीय कमी आई, जबकि कांग्रेस में भी गिरावट का रुख जारी रहा.
इससे पहले, भाजपा ने हरियाणा और महाराष्ट्र में भी मजबूत जीत दर्ज की, जिससे विपक्ष की लोकसभा चुनाव परिणामों की मोमेंटम बरकरार रखने की संभावनाएं खत्म हुई हैं.
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