बेंगलुरु (कर्नाटक) : कन्नड़ अभिनेता और फिल्म निर्माता गुरुप्रसाद रविवार सुबह अपने बेंगलुरु अपार्टमेंट में मृत पाए गए. वह 52 साल के थे. पुलिस को फिल्म निर्माता ने आत्महत्या करने का शक है. उनके अपार्टमेंट से उनकी सड़ी-गली लाश बरामद हुई है. कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने उनके निधन पर शोक जताया है.
बेंगलुरु ग्रामीण एसपी सीके बाबा के अनुसार, गुरुप्रसाद आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे और हाल ही में बेंगलुरु में अपने अपार्टमेंट में लौटे थे.
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एसपी सीके बाबा ने कहा- आर्थिक तंगी से परेशान होकर दी जान
एसपी सीके बाबा ने कहा, "मदनायकहल्ली पुलिस स्टेशन की सीमा में एक अपार्टमेंट में 52 वर्षीय फिल्म निर्माता गुरुप्रसाद रह रहे थे. वह हाल ही में किसी बात से परेशान थे; फिल्मों और अन्य मामलों से. ऐसा लगता है कि वह आर्थिक तंगी से भी गुजर रहे थे. इसलिए 4-5 दिन पहले वह इस घर में आए थे. पड़ोसियों ने उन्हें इस घर में आते देखा था, लेकिन 5-6 दिनों के बाद ऐसा लगा कि वह घर से बाहर नहीं निकले और उन्होंने खुद को फांसी लगा ली."
उन्होंने कहा, "धारा 194 के तहत जांच जारी रहेगी. हम डिटेल और मौत के कारणों की जांच करेंगे."
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने जताया दुख
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने अपने एक्स अकाउंट पर अपना दुख व्यक्त करते हुए एक्स पर पोस्ट में लिखा, "मैं कनकपुर के मूल निवासी और क्रिएटिव डायरेक्टर श्री गुरुप्रसाद के निधन के बारे में जानकर बहुत दुखी हूं. मैं प्रार्थना करता हूं कि सिल्वर स्क्रीन और टेलीविजन में अपनी अलग शैली का योगदान देने वाले गुरुप्रसाद की आत्मा को शांति मिले. मैं मृतक के परिवार और प्रियजनों के दर्द में भी शामिल हूं. ओम शांति."
गुरुप्रसाद फिल्म निर्माण की अपनी व्यंग्यात्मक शैली के लिए जाने जाते थे. उनकी पहली फिल्म माता (2006) को व्यापक रूप से सराहा गया था, और उनकी 2009 की फिल्म एडेलु मंजुनाथा ने सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए कर्नाटक राज्य फिल्म पुरस्कार जीता था.
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