नई दिल्लीः शुक्रवार को भारत ने बांग्लादेश के कार्यवाहक उच्चायुक्त मोहम्मद नुरुल इस्लाम को तलब किया. यह कदम पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा की गई टिप्पणियों को लेकर बढ़े तनाव के बाद उठाया गया. आपको बता दें कि यह कार्रवाई एक दिन बाद की गई, जब बांग्लादेश ने भारत से शेख हसीना के निष्कासन से संबंधित बयानबाजी से बचने की मांग की थी.
विदेश मंत्रालय ने लगाई फटकार
भारत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि कार्यवाहक उच्चायुक्त को शाम 5 बजे तलब किया गया था. इस बैठक के दौरान भारत ने बांग्लादेश के साथ सकारात्मक और आपसी लाभकारी संबंध बनाए रखने के अपने संकल्प को दोहराया, जो पिछले कुछ महीनों में कई उच्च-स्तरीय चर्चाओं में व्यक्त किया गया था.
इसके बावजूद, भारत ने बांग्लादेशी अधिकारियों द्वारा की जा रही नियमित टिप्पणियों के माध्यम से भारत की नकारात्मक छवि पेश करने पर खेद व्यक्त किया. मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत को बांग्लादेश के आंतरिक राजनीतिक मामलों में, विशेष रूप से हसीना की टिप्पणियों के संदर्भ में, अनुचित तरीके से जिम्मेदार ठहराया गया है. मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया कि हसीना की टिप्पणियां उनकी व्यक्तिगत राय हैं और यह भारत की स्थिति को दर्शाती नहीं हैं.
Our response to media queries on summoning of Bangladesh Acting High Commissioner⬇️
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) February 7, 2025
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'सकारात्मक माहौल बनाएं'
भारत ने यह भी कहा कि इन टिप्पणियों को भारत सरकार की आधिकारिक स्थिति से जोड़ने से द्विपक्षीय संबंधों में सकारात्मकता नहीं आएगी. जबकि भारत स्वस्थ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि उसे उम्मीद है कि बांग्लादेश इस मामले में इस तरह की कार्रवाइयों से बचते हुए सकारात्मक माहौल बनाए रखेगा.
इसके जवाब में, बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने ढाका में भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त को एक विरोध पत्र सौंपते हुए शेख हसीना की टिप्पणियों को लेकर "गहरी चिंता, निराशा और गंभीर आपत्ति" जताई.
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