नई दिल्ली : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यमुना नदी में प्रदूषण पर उनकी टिप्पणी को लेकर आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने की धमकी दी है.
केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि भाजपा शासित हरियाणा सरकार ने दिल्ली को सप्लाई किए जाने वाले यमुना के पानी को "जहरीला" कर दिया है, जिससे लोगों को संभावित नुकसान हो सकता है और इसका दोष आम आदमी पार्टी (आप) पर मढ़ा जा सकता है.
#WATCH | Delhi | "...Arvind Kejriwal should immediately apologize to the people of Haryana and Delhi for his statement, otherwise, we will file a defamation suit against him...", says Haryana CM Nayab Singh Saini on Arvind Kejriwal's allegations that BJP ruled Haryana has… pic.twitter.com/4MBuhAqRwd
— ANI (@ANI) January 28, 2025
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सैनी ने दिल्ली के लोगों से माफी मांगने को कहा
सीएम सैनी ने कहा, "इन सरासर झूठे और घृणित बयानों के लिए केजरीवाल को तुरंत हरियाणा और दिल्ली के लोगों से माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा हम उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे..."
हरियाणा के सीएम ने यह भी कहा कि केजरीवाल "दिल्ली के लिए 'आपदा' बन गए हैं" और राज्य चुनावों में, "दिल्ली के लोगों के आशीर्वाद से, भाजपा दिल्ली को इस 'आपदा' से मुक्त करेगी."
केजरीवाल ने यमुना में जहर मिलाने की बात कही
केजरीवाल ने हाल ही में यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि भाजपा शासित हरियाणा सरकार ने दिल्ली को आपूर्ति किए जाने वाले यमुना के पानी में "जहर" मिला दिया है ताकि "लोग मरें" और इसका दोष आप पर आए.
हरियाणा के सीएम ने सोमवार को पानी की कमी के दावों का खंडन करते हुए कहा कि वितरण प्रणाली में समस्या है क्योंकि वे 10 साल तक इसका प्रबंधन करने में विफल रहे. इस बीच, दिल्ली जल बोर्ड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) शिल्पा शिंदे ने सोमवार को मुख्य सचिव को एक पत्र लिखा, जिसमें कहा गया कि आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा दिए गए बयान "तथ्यात्मक रूप से गलत" थे.
आतिशी ने कहा- एलजी के दबाव में जल बोर्ड को लिखा गया पत्र
बाद में, दिल्ली की सीएम आतिशी ने आरोप लगाया कि दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) द्वारा मुख्य सचिव को लिखा गया पत्र उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना द्वारा डाले गए दबाव का नतीजा है.
उन्होंने कहा, "जब आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल और मैंने जहरीले पानी को लेकर भाजपा की साजिश का पर्दाफाश किया, तो भाजपा ने एलजी के माध्यम से दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर दबाव बनाया और सीईओ दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) से पत्र लिखवाकर उसे जारी का दिया."
उन्होंने दावा किया कि दिल्ली जल बोर्ड के पत्र ने अनजाने में सच्चाई उजागर कर दिया, जिसमें कहा गया था कि जल ट्रीटमेंट संयंत्र 1 पीपीएम अमोनिया तक के पानी को रिफाइंड कर सकता है. इसके अलावा, अगर अमोनिया का स्तर डायल्यूशन की प्रक्रिया के माध्यम से 2.5 पीपीएम तक पहुंच जाता है, तो पानी का ट्रीटमेंट किया जा सकता है. हालांकि, आतिशी ने कहा कि यमुना नदी के पानी में अमोनिया का स्तर 6.5 पीपीएम तक पहुंच गया है, जो स्वीकार्य सीमा से छह गुना अधिक है.
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