चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में विवादों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. चार मैचों के बाद एक और ताजा विवाद ने तूल पकड़ लिया है, जो भारत-पाकिस्तान के मैच से ठीक पहले सामने आया. 22 फरवरी को लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक महत्वपूर्ण मुकाबला खेला जा रहा था, और इसके दौरान राष्ट्रगान बजाए जाने की प्रक्रिया में एक बड़ी गलती हो गई.
जब इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रगान के लिए बारी आई, तो गलती से भारत का राष्ट्रगान, 'जन गण मन' गूंजने लगा. यह गड़बड़ी स्टेडियम में तुरंत सुनी गई और इसके बाद बवाल मच गया. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को यह पूरी घटना बेहद चुभी, और उसने क्रिकेट की वैश्विक संस्था, आईसीसी से स्पष्टीकरण मांगा है.
भारत के राष्ट्रगान को लाहौर के स्टेडियम में क्यों बजाया गया?
भारत की टीम इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान नहीं आई है और सभी मुकाबले दुबई में खेल रही है, लेकिन फिर भी भारत के राष्ट्रगान को लाहौर के स्टेडियम में क्यों बजाया गया, यह सवाल उठ खड़ा हुआ. पीसीबी का कहना है कि भले ही पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी का मेज़बान देश है, लेकिन टूर्नामेंट की पूरी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी आईसीसी पर थी, और यह गड़बड़ी आईसीसी की तरफ से हुई है.
बहुत जल्दी ही राष्ट्रगान को रोका गया
पाकिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन में काफी निवेश किया था, स्टेडियमों का उन्नयन भी किया गया था, लेकिन इस गड़बड़ी के बाद उसकी कड़ी आलोचना हो रही है. जैसे ही भारतीय राष्ट्रगान शुरू हुआ, स्टेडियम में बैठे दर्शकों ने इसका विरोध किया और वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया. हालांकि, बहुत जल्दी ही राष्ट्रगान को रोका गया और ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रगान शुरू हुआ, लेकिन यह कुछ ही सेकंड की गलती पाकिस्तान के लिए एक बड़ी हंसी का कारण बन गई. सोशल मीडिया पर इस घटना के वीडियो वायरल होने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का मजाक उड़ाया जाने लगा.
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