लॉकडाउन के 5 साल: कोरोना महामारी से लेकर अब तक, देश में क्या-क्या बदला? जानिए सब कुछ

कोरोना महामारी ने आज से पांच साल पहले दुनिया को हिला दिया था. उस समय लॉकडाउन लागू किया गया था, और लोग आज भी उन दिनों को याद करके सिहर जाते हैं.

5 years of lockdown From corona pandemic till now what has changed in the country
प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: ANI

कोरोना महामारी ने आज से पांच साल पहले दुनिया को हिला दिया था. उस समय लॉकडाउन लागू किया गया था, और लोग आज भी उन दिनों को याद करके सिहर जाते हैं. अपनों को खोने, रोजगार गंवाने और आर्थिक संकट से गुजरने के बावजूद, इस महामारी ने हमें कई नई चीजें सिखाई. हम स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हुए, नए रोजगार के अवसर पाए, जीवन को नए तरीके से जीना सीखा और कम में भी जीने की कला सीखी.

ऑनलाइन मीटिंग्स का बढ़ता चलन

कोरोना महामारी के दौरान एक महत्वपूर्ण बदलाव आया – ऑनलाइन मीटिंग्स. लॉकडाउन से पहले ऑनलाइन मीटिंग्स का चलन बहुत कम था, लेकिन महामारी के दौरान सभी लोग ऑनलाइन मीटिंग्स से जुड़ने लगे. इससे समय की बचत हुई और व्यापार में भी बढ़ोतरी हुई. अब उद्योग जगत में ऑनलाइन मीटिंग्स एक सामान्य प्रक्रिया बन गई है, और इससे न केवल समय की बचत होती है, बल्कि यात्रा पर होने वाले खर्च में भी कमी आई है.

वर्क फ्रॉम होम: नया कल्चर

कोरोना महामारी के बाद वर्क फ्रॉम होम का कल्चर तेजी से बढ़ा. आजकल लोग घर से ही काम कर सकते हैं, जो कि पहले मुश्किल था. हालांकि, इसने लोगों की व्यक्तिगत और पारिवारिक जिंदगी में भी बदलाव किए. अब घर में काम करते हुए सामाजिक जीवन और परिवार के साथ समय बिताना मुश्किल हो गया है, और इसका असर मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है.

स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और फिटनेस

कोरोना महामारी ने लोगों को अपनी सेहत के प्रति जागरूक किया. लॉकडाउन के दौरान कई लोगों ने घर में रहकर एक्सरसाइज शुरू की और जिम जॉइन कर अपनी फिटनेस को फिर से हासिल किया. इस महामारी ने दिखा दिया कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना कितना जरूरी है.

ऑनलाइन शिक्षा और नई तकनीक

कोरोना के कारण स्कूल और कॉलेज बंद हो गए थे, लेकिन ऑनलाइन शिक्षा ने एक नया विकल्प दिया. ऑनलाइन क्लासेज ने विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त करने के एक नए तरीके से परिचित कराया. हालांकि, इसके कुछ नकारात्मक पहलू भी थे, जैसे कि बच्चे ऑनलाइन गेम्स में अधिक समय बिताने लगे और कुछ फ्रॉड भी सामने आए. इसके बावजूद, यह एक सकारात्मक बदलाव था क्योंकि इसने शिक्षा की निरंतरता बनाए रखी.

कोरोना महामारी के दौरान, कुछ लोगों ने ऑनलाइन शिक्षा को एक नया आयाम दिया. उन्होंने विदेश में रह रहे बच्चों को ऑनलाइन म्यूजिक और हिंदी की शिक्षा देना शुरू किया. इससे न केवल बच्चों को शिक्षा प्राप्त हुई, बल्कि यह एक नया अवसर भी बन गया.

स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार

कोरोना महामारी के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में भी महत्वपूर्ण बदलाव आए. अस्पतालों में सुविधाओं को और बेहतर किया गया. मॉक ड्रिल्स और तैयारियां अब नियमित रूप से की जाती हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है. साथ ही, कोविड वैक्सीनेशन ने लोगों के जीवन को सुरक्षित बनाया.

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