अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में राहुल गांधी को ठहाराया गलत, कहा- अभिमन्यु को 6 नहीं, 7 लोगों ने मारा था

    बीजेपी नेता और सांसद ने महाभारत के उन महारथियों का नाम बताते हुए कहा, ये 7 लोग- जयद्रथ, दुर्योधन, दुशासन, कर्ण, द्रोणाचार्य, कृपाचार्य और शकुनी थे. 

    अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में राहुल गांधी को ठहाराया गलत, कहा- अभिमन्यु को 6 नहीं, 7 लोगों ने मारा था
    लोकसभा में बोलते हुए भाजपा नेता और सांसद अनुराग ठाकुर | Photo- Sansad TV के वीडियो से ग्रैब्ड.

    नई दिल्ली : बीजेपी नेता और हिमाचल प्रदेश के हमीपुर से सांसद अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को एक दिन पहले लोकसभा में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट 2024 पर कांग्रेस नेता और सदन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भाषण पर जमकर हमला बोला. महाभारत में पात्र अभिमन्यु के चक्रब्यूह में फंसाकर वध करने को लेकर उनकी टिप्पणी पर जमकर निशाना सादा.

    इस बीच राहुल गांधी ने अपनी जाति को लेकर ठाकुर की टिप्पणी पर गुस्सा जाहिर किया और उन पर गाली देने का आरोप लगाया. गांधी ने कहा कि हम अनुराग ठाकुर से माफी की मांग नहीं करेंगे, वे चाहे जितनी गाली मुझे दे लें.

    इसको लेकर अखिलेश यादव भी खड़े हुए और गुस्सा जाहिर करते हुए कहा- सदन में कोई किसी की जाति भला कैसे पूछ सकता है. स्पीकर ने इस पर कहा कि वे इस बयान को सदन की कार्यवाही से निकाल देंगे, तब जाकर मामला शांत हुआ और आगे की कार्यवाही शुरू हुई.

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    अनुराग ठाकुर ने राहुल को ठहाराया गलत, कहा- अभिमन्यु का वध 6 नहीं, 7 लोगों ने किया था 

    सांसद अनुराग ठाकुर ने आज लोकसभा में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के बजट की तारीफ की और राहुल गांधी पर जमकर कटाक्ष किया.

    बीजेपी नेता और सांसद अनुराग ठाकुरने कहा, "उन्होंने (राहुल गांधी) ने कमल पर कटाक्ष किया, न जाने उन्हें कमल से क्या विरोध है. कमल के फूल का इस्तेमाल 'राजीव' नाम के लिए भी किया जाता है. (वह राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी से कमल के मतलब को जोड़ रहे थे) लेकिन कमल को बुरा दिखाने का प्रयास किया गया." 

    "पर यह सही है कि हमारा चुनाव चिन्ह कमल का फूल है और जनता ने हमें लगातार तीसरी बार सत्ता में बैठाने का काम किया है." 

    "लेकिन नेता (राहुल गांधी) ने इसे अपमानित करने का काम किया. कमल का नाम राजीव भी है. इन्होंने राजीव को हिंसा जोड़ने की बात कही, लेकिन मैं कहना चाहता हूं मां लक्ष्मी का आसन भी कमल है. हमारा राष्ट्रीय पुष्प भी कमल है और पद्मासन मुद्रा में सिंधु सभ्यता में भगवान शिव की पशुपति नाथ के रूप में मूर्ति मिली थी. लोकमान्य तिलक पद्मासन मुद्रा में ही समाधिलीन हुए थे." 

    "आप (राहुल गांधी) कहते हैं कमल के चारों तरफ हिंसा है. आप महायोगी शिव, भगवान बुद्ध और लोकमान्य तिलक जैसे महापुरुषों का अपमान कर रहे हैं. इसलिए अगली बार कमल के बारे में थोड़ा सोचकर बोलिएगा."

    आप केवल रील के नेता मत बनिए, रीयल नेता बनिए : अनुराग ठाकुर 

    उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि आप केवल रील के नेता मत बनिए, मीम्स आपकी खूब बनती हैं. रीयल नेता बनने के लिए सच बोलना पड़ता है. और कुछ लोग एक्सिडेंटल हिंदू हैं और महाभारत का ज्ञान भी एक्सिडेंटल है." वह राहुल पर एक्सिडेंटल हिंदू होने और एक्सिडेंटल महाभारत का ज्ञानी होने की बात कहकर उन पर तंज कस रहे थे. 

    राहुल के महाभारत ज्ञान को लेकर तंज कसते हुए ठाकुर ने कहा, "उस नेता (राहुल गांधी) के अलावा कौन नहीं जानता कि अभिमन्यु का वध 7 महारथियों ने किया था."

    गौरतलब है एक दिन पहले राहुल गांधी ने महाभारत काव्य के इस पात्र के बारे में कहा था कि अभिमन्यु का वध करने में महाभारत के 6 लोग शामिल थे. उन्होंने सभी का नाम भी गिनाया था. अनुराग ठाकुर इस फैक्ट को गलत ठहरा रहे थे. 

    अनुराग ठाकुर ने महाभारत के उन महारथियों का नाम बताते हुए कहा, "ये 7 थे- जयद्रथ, दुर्योधन, दुशासन, कर्ण, द्रोणाचार्य, कृपाचार्य और शकुनी." 

    उन्होंने कहा, "लेकिन राहुल जी ने महाभारत शायद कभी पढ़ा नहीं है. मुझे नहीं लगता इसे टीवी पर देखा है. लगता ये नाम इनके सैम अंकल (सैम पित्रोदा), अंकल सोरोस (अमेरिका के उद्योगपति) ने दिया होगा. कहीं से पर्ची बनकर आई होगी."

    बता दें कि सैम पित्रोदा ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, लोकसबा चुनाव 2024 के दौरान उनके बयान पर खूब विवाद मचा था. 

    ठाकुर ने कहा, "कल वह (राहुल गांधी) चक्रव्यूह में की जो बात कह रहे थे. उसमें वह कर्ण को कर्णा कह रहे थे, कृपाचार्य को कृपचाय बोल रहे थे. खैर छोड़िए."

    उन्होंने कहा, "द ग्रेट इंडियन नोबेल जो कि उनके सांसद (शशि थरूर) ने लिखा है. मैं कहूंगा कि राहुल उन्हीं से चक्रव्यूह और महाभारत के बारे में जान लें. या शशि थरूर जी खुद ही राहुल गांधी को बता दें." 

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    ठाकुर ने अभिमन्यु का वध करने वाले 7 पात्रों को कांग्रेस से जोड़ा

    अनुराग ने इस दौरान इस नोबल के कई कोट का जिक्र किया और पुराने कांग्रेस नेताओं की उसके जरिए निशाने पर लेने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि दुशासन और दुर्योधन दुष्ट हो सकते थे, लेकिन उन्होंने कभी इमरजेंसी नहीं लगाई. वह इंदिरा गांधी की इमरजेंसी पर निशाना साध रहे थे.

    ठाकुर ने महाभारत के इन सात किरदारों को नेहरू से लेकर मनमोन सिंह तक जोड़ा. उन्होंने कहा, "पहले चक्रव्यूह में कांग्रेस, जिसने देश का विभाजन कराया. दूसरे एनजी (नेहरू) ने देश को कश्मीर की समस्या दी, और देश की जमीन चीन को सौगात में दी. तीसरे चक्रव्यूह प्रधानमंत्री आईजी (इंदिरा गांधी) ने देश को आपातकाल दिया और पंजाब में अशांति दी. चौथे जो आरजी 1 (राजीव गांधी) हैं. उन्होंने बोफोर्स (बोफोर्स घोटाला) दिया. सिखों पर प्रहार किया. 5वें जिन्होंने सनातन धर्म के प्रति नफरत का नैरेटिव बनाया. 12 लाख करोड़ के घोटाले को संरक्षण दिया. देश की अर्थव्यवस्था को भंवर जाल में फंसाया. और छठे ठहरे आप (राहुल गांधी) जिन्होंने पिछले 15 साल से देश की राजनीति, संसदीय परंपरा को इतना नुकसान पहुंचाया, जितने कि ये बाकी ये चक्रव्यूह भी नहीं कर पाए. 7वें का नाम नहीं लूंगा. इन सातों ने मिलकर देश को आतंकवाद, गरीबी, कट्टरवाद, भुखमरी अनगिनत चक्रों में फंसा दिया. देश को हमने इन दुष्चक्रों से बचाया और आजाद कराया है और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विकास रथ को आगे बढ़ाया. आज भारत को दुनिया की 5वीं अर्थव्यवस्था बनाया है."

    "आप (कांग्रेस) जिस अभिमन्यु (नरेंद्र मोदी) को पिछले 22 साल से गुजरात से लेकर यहां तक घेरने की कोशिश कर रहे हैं, आपके योद्धा और आपकी सरकारें निपट गईं, आप उन्हें नहीं घेर पाए, क्योंकि वह जनता के दिलों में बसे हैं. आज यहां (सदन में) 293 अभिमन्यु बैठे हैं. (एनडीए के कुल सांसद). भले आपके पास कर्ण जैसे धुरंधर हों, शकुनी जैसे कुटिल रणनीतिकार हों, लेकिन धर्म हमारे साथ है."

    "भले ही आपके पास नारायणी सेना हो, लेकिन स्वयं भगवान कृष्ण हमारे साथ हैं."

    बजट के हलवे पर राहुल की टिपप्णी का दिया जवाब

    अनुराग ठाकुर ने बजट के हलवे का जिक्र करते हुए कहा, "झूठ के पांव नहीं होते हैं. ये कांग्रेस के कंधे पर सवार होकर सैर करते हैं. जैसे मदारी के कंधे पर बंदर होता है, वैसे राहुल जी के कंधे पर झूठ का बंडल होता है, जिसे वह रोज यहां परोसते हैं."

    उन्होंने राहुल पर बजट की प्रक्रिया की जानकारी न होने की बात कहते हुए कहा, "मैं पूछता हूं हलवा किसको मिला. जीप घोटाले का हलवा, बोफोर्स का हलवा किसने खाया? अंतरिक्ष-देवास घोटाले का हलवा किसने खाया? नेशनल हेराल्ड घोटाले का हलवा किसने खाया? सबमरीन घोटाले का हलवा किसने खाया? अगस्ता वस्टलैंड घोटाले का हलवा किसने खाया? 2 जी स्कैम का हलवा किसने खाया? कॉमन वेल्थ गेम घोटाले का हलवा किसने खाया? कोयला घोटाले का हलवा किसने खाया. वाल्मीकि योजना घोटाले का हलवा किसने खाया? चारा घोटाले का हलवा किसने खाया? यूरिया स्कैम का हलवा किसने खाया?

    इस दौरान पीछे बैठे बीजेपी के सांसद कांग्रेस-कांग्रेस कहते रहे.

    अंत में अनुराग ठाकुर ने कहा, "राहुल जी, हलवा मीठा था या फीका?"

    जिसको जाति का पता नहीं वो जाति जनगणना की बात करते हैं : ठाकुर

    ओबीसी मुद्दे की बात करते हुए ठाकुर ने कहा, "कांग्रेस और विपक्ष के लिए ओबीसी का मतलब है. ओनली फॉर ब्रदर इन लॉ कमीशन."

    एलओपी (लीडर ऑफ अपोजिशन) का मतलब राहुल गांधी को समझाते हुए ठाकुर ने कहा, इसका मतलब लीडर ऑफ प्रोपेगेंडा नहीं, लीडर ऑफ अपोजिशन है. 

    राहुल गांधी के जाति जनगणना कराने की बात पर बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, "जिसकी जाति का पता नहीं वो गणना की बात करते हैं."

    ठाकुर ने कहा- आरजी 1 (राजीव गांधी) ने आरक्षण का विरोध किया है.

    वह राजीव गांधी की सरकार के समय का जिक्र कर रहे है थे, जब उन्होंने ओबीसी आरक्षण का विरोध किया था.

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    ठाकुर ने कहा- सर उधार की बुद्धि से राजनीति नहीं चलती, यहां पर्ची से काम नहीं चलता है

    इस बीच अपना अपमान किए जाने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी उठे, स्पीकर ने उन्हें बोलने का मौका दिया. 

    राहुल गांधी ने कहा, "आप लोग जितना चाहे मेरा अपमान खुशी से करिए, आप रोज करिए, मगर एक बात मत भूलिए हम जाति जनगणना को यहां (संसद में) पास करके दिखाएंगे."

    इसके बाद फिर अनुराग ठाकुर खड़े होते हैं. उन्होंने कहा, "मुझे लगता था इनको (राहुल गांधी) भाषण के लिए पर्ची आती होगी, लेकिन इन्हें हर इंटरवेंशन के लिए भी पर्ची आती है."

    ठाकुर ने कहा, "सर उधार की बुद्धि से राजनीति नहीं चलती है. यहां पर्ची लेने से काम नहीं चलता है."

    "आजकल कुछ लोगों पर जाति जनगणना का भूत सवार है. मैंने किसी का नाम नहीं लिया था. जिसको जाति का पता नहीं वो गणना की बात करत है मैंने ये कहा था. लेकिन फिर भी ये (राहुल गांधी) जवाब देने खड़े हो गए."

    जो भी इस देश में दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों की बात उठाता है, गाली खाता है : राहुला

    इस बीच राहुल फिर से खड़े होते हैं. स्पीकर उन्हें मौका देते हैं. राहुल ने कहा, "जो भी इस देश में दलितों की, आदिवासियों की, पिछड़ों की बात उठाता है, जो भी उनके लिए लड़ता है, उसको गाली खानी ही पड़ती है. मैं ये सब गालियां खुशी से खाऊंगा."

    "क्योंकि महाभारत में अर्जुन को सिर्फ मछली की आंख दिख रही थी. उसी प्रकार मुझे सिर्फ मछली की आंख दिख रही है. जाति जनगणना हम करा के दिखाएंगे. बस, आपको जितनी गाली देनी है दीजिए, हम खुशी खाएंगे."

    राहुल ने कहा- मुझे चाहे जितनी गाली दे लो, आपको माफी मांगने के लिए नहीं कहूंगा

    "अनुराग ठाकुर जी ने मुझे गाली दी है. लेकिन मैं अनुराग ठाकुर से मैं कोई माफी नहीं चाहता. मुझे इसकी कोई जरूरत नहीं है. मैं लड़ाई लड़ रहा हूं, मुझे जितनी मन कहे गाली दीजिए मैं आप से कभी माफी की मांग नहीं करूंगा."

    अखिलेश यादव ने जाहिर किया गुस्सा, कहा- आप जाति कैसे पूछ सकेत हैं?

    इस बीच समाजवादी पार्टी के नेता और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव खड़े हुए, उन्होंने कहा, "मेरा इतना ही निवेदन है. वह (अनुराग ठाकुर) मंत्री रहे हैं. बड़े दल के नेता हैं. मैं इनसे बस इतना पूछना चाहता हूं कि आप ने जाति कैसे पूछ ली? ये जाति कैसे पूछ सकते हैं? जाति नहीं पूछ सकते हैं आप?"

    स्पीकर ने कहा- सदन में कोई किसी की जाति नहीं पूछ सकता. मैं इस बात को कार्यवाही से हटा दूंगा, इसके बाद मामला शांत हुआ.

    अनुराग ठाकुर ने कहा- कांग्रेस ने मंडल कमीशन, काका कलेलकर की रिपोर्ट लागू नहीं की 

    स्पीकर ने फिर भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर को बोलने मौक दिया. ठाकुर ने कहा, "ओबीसी की गणना का विरोध आरजी 1 (राजीव गांधी) ने किया था. इसी तरह आईजी (इंदिरा गांधी) ने जात-पात के आधार पर वोट का विरोध किया था. चाहे वह मंडल आयोग की रिपोर्ट हो, काका कालेलकर की रिपोर्ट हो इस पर कौन वर्षों तक बैठा रहा, इस पर जवाब देना होगा."

    "अगर उस समय इसे लागू कर दिया होता तो ओबीसी के अधिकारी आज ज्यादा होते. यही नहीं इन्होंने ओबीसी आयोग को तो संवैधानिक दर्जा तक नहीं दिया. यह काम मोदी सरकार ने किया." 

    ठाकुर ने नेहरू का जिक्र करते हुए कहा उन्होंने 1961 में आरक्षण के विरुद्ध लिखा था. उन्होंने उनके कोट का जिक्र किया और विपक्ष से सवाल पूछा.

    हमने अल्पसंख्यक और एससी-एसटी राष्ट्रपति बनाया : अनुराग ठाकुर

    उन्होंने कहा, "अगर किसी अल्पसंख्यक को राष्ट्रपति बनाया गया तो अटल बिहारी बाजपेयी ने डॉ. अब्दुल कलाम को बनाया. रामनाथ कोविंद एससी समाज से आते हैं उन्हें राष्ट्रपति तो मोदी की सरकार में बनाया गया. एक आदिवासी महिला को उसकी क्षमता के आधार पर अगर राष्ट्रपति बनाया गया तो द्रौपदी मुर्मु को बनाया गया. अगर आज देश में ओबीसी प्रधानमंत्री है तो नरेंद्र मोदी हैं. आज सबसे ज्यादा एससी-एसटी ओबीसी मंत्री हैं तो हमारी सरकार में हैं."

    एमएसपी पर बोलते हुए ठाकुर ने कहा, "1961 में पहले प्रधानमंत्री (जवाहरलाल नेहरू) इसे लाए. आपसे इसे 1966 में फिर लाए, इसे क्यों कानूनी गारंटी नहीं दिए. आप इतने साल क्या करते रहे."

    "कर्नाटक में 1200 किसानों ने आत्महत्या की क्या आप उनसे मिलने गए? इनमें कितने एससी-एसटी-ओबीसी थे? वहां के ओबीसी, एससी-एसटी के बजट का पैसा 34 फीसदी खत्म कर दिया गया, क्या आपने इस बारे में पूछा?"

    ठाकुर ने कहा, "आज अगर ओबीसी का कोटे के हिस्से से मुसलमानों को आरक्षण देने की बात कोई करता है तो आपकी कर्नाटक की सरकार कहती है और आप ओबीसी की बात करते हो?"

    "अग्निवीर की बात कही गई और अखिलेश यादव ने मेरा नाम लेकर कहा. मैं हिमाचल प्रदेश से आता हूं. छोटा राज्य है, 70 लाख आबादी है. कारगिल के समय सबसे ज्यादा शहादत किसी राज्य से ज्यादा दी तो हिमाचल के लोगों ने दी. 4 परमवीर चक्र विजेता हुए तो 2 हमारे यहां से हुए. वन रैंक, वन पेंशन किसी ने दी तो प्रधानमंत्री मोदी ने दी. और यही नहीं अग्निवीर योजना में 100 प्रतिशत रोजगार की गारंटी है. "

    राहुल के डर के माहौल वाली टिप्पणी का जवाब देते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, "अगर डर का माहौल है तो अपराधियों में, डर का माहौल है भ्रष्टाचारियों में, डर का माहौल है तो देशद्रोहियों में, अधर्मियों में, कुकर्मियों में. डर का माहौल है तो देश के दुश्मनों में."

    आखिर में उन्होंने बजट 2024 के लिए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की तारीफ कर अपने भाषण को खत्म किया.

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