वायनाड लैंडस्लाइड : राहुल गांधी ने केंद्र से की मदद की अपील, 'प्राकृतिक आपदाओं' पर एक्शन प्लान बनाने को कहा

    लोकसभा में बोलते हुए, वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने मृतकों के परिजनों को तत्काल मुआवजा देने का आग्रह किया और भूस्खलन की घटनाओं को लेकर व्यापक योजना बनाने को कहा.

    वायनाड लैंडस्लाइड : राहुल गांधी ने केंद्र से की मदद की अपील, 'प्राकृतिक आपदाओं' पर एक्शन प्लान बनाने को कहा
    लोकसभा में बोलते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी | Photo- Sansad TV

    नई दिल्ली : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को केरल के वायनाड में भूस्खलन के मद्देनजर नाजुक क्षेत्रों में "प्राकृतिक आपदाओं की बढ़ते दोहराव" की बात करते हुए एक व्यापक कार्य योजना बनाने की अपील की, जिसमें 80 से अधिक लोगों की जान चली गई है.

    लोकसभा में बोलते हुए, कांग्रेस नेता, जो वायनाड के पूर्व सांसद हैं, ने केंद्र सरकार से बचाव और राहत कार्य के लिए सभी तरह की सहायता देने की अपील की. 

    केंद्र से वायनाड में हर तरह की मदद की अपील की, मुआवजा बढ़ाने को कहा

    "आज सुबह, वायनाड में कई विनाशकारी भूस्खलन हुए, 70 से अधिक लोग मारे गए. मुंडक्कई गांव का संपर्क टूट गया है और त्रासदी के पैमाने के कारण जान-माल के भारी नुकसान और व्यापक क्षति का आकलन किया जाना बाकी है. मैंने रक्षा मंत्री और केरल के मुख्यमंत्री से बात की है. मैं केंद्र सरकार से बचाव और चिकित्सा देखभाल के लिए हर संभव सहायता देने का अनुरोध करता हूं."

    राहुल गांधी ने मृतकों के परिजनों को तत्काल मुआवजा देने का भी आग्रह किया.

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    बढ़ती प्राकृतिक आपदाओं के लिए कार्य योजना बनाने को कहा

    राहुल गांधी ने कहा, "अगर मुआवजा बढ़ाया जा सके तो बेहतर होगा. महत्वपूर्ण परिवहन और संचार लाइनों को बहाल किया जाना चाहिए, जल्द से जल्द राहत की व्यवस्था की जानी चाहिए और प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए रोडमैप तैयार किया जाना चाहिए. हमारे देश में पिछले कुछ वर्षों में भूस्खलन की घटनाओं में खतरनाक वृद्धि देखी गई है. भूस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों की मैपिंग करने और पारिस्थितिकी रूप से कमजोर क्षेत्रों में आपदाओं की बढ़ते दोहराव को देखते हुए उपाय और कार्य योजना बनाने की तत्काल आवश्यकता है."

    मंगलवार की सुबह केरल के वायनाड के मेप्पाडी इलाके में मूसलाधार बारिश के बाद हुए भूस्खलन में 80 से अधिक लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए.

    संसद के दोनों सदनों में चिंता जताई, राष्ट्रीय आपदा घोषित करने को कहा

    संसद के दोनों सदनों के सदस्यों ने इस त्रासदी पर अपनी चिंता व्यक्त की, जबकि कुछ विपक्षी सदस्यों ने मांग की कि इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए.

    राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने वायनाड भूस्खलन में जानमाल के नुकसान पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें आवश्यक कदम उठा रही हैं.

    सीपीआई-एम सांसद जॉन ब्रिटास ने रक्षा, गृह और वित्त मंत्रालयों से सहायता मांगी है. कन्नूर के एझिमाला नौसेना बेस से भारतीय नौसेना की एक टीम को केरल के वायनाड में चूरलमाला में बचाव अभियान में सहायता के लिए भेजा जा रहा है.

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    मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के अनुरोध पर भेजी गई नौसेना की टीम

    मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के अनुरोध पर नौसेना की टीम भेजी जा रही है, जिन्होंने नौसेना की रिवर क्रॉसिंग टीम की मदद मांगी है. क्षेत्र में बचाव कार्यों के लिए सेना और वायु सेना को भी तैनात किया गया है.

    चूरलमाला शहर में एक मुख्य पुल ढह गया है. डीएससी सेंटर कन्नूर से लगभग 200 भारतीय सेना के जवानों और कोझिकोड से 122 टीए बटालियन को घटनास्थल पर भेजा गया है.

    भारतीय नौसेना के 30 विशेषज्ञ तैराकों की एक टीम तैनात की जा रही है. रक्षा अधिकारियों के अनुसार, वायु सेना स्टेशन सुलूर से दो हेलीकॉप्टर भेजे गए हैं.

    केरल के मुख्यमंत्री ने भूस्खलन प्रभावित वायनाड क्षेत्रों की स्थिति पर केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) के शीर्ष अधिकारियों के साथ चर्चा की.

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