"मम्मी-पापा, मुझे माफ कर देना, मैं आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका. मेरी पत्नी और उसके परिवार की मानसिक प्रताड़ना ने मुझे इस कदर तोड़ दिया कि मैंने यह कदम उठा लिया. काश, पुरुषों के लिए भी कोई कानून होता, तो शायद मैं आज जिंदा होता."
ये मार्मिक शब्द हैं 33 वर्षीय इंजीनियर मोहित यादव के, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के इटावा में एक होटल के कमरे में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. उनके सुसाइड नोट और वीडियो ने एक ऐसी दर्दनाक कहानी उजागर की है, जो समाज में पुरुषों के साथ होने वाली मानसिक प्रताड़ना पर सवाल उठाती है.
प्रताड़ना की दास्तां
औरैया के मूल निवासी मोहित यादव एक निजी सीमेंट कंपनी में फील्ड इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे. उनकी जिंदगी तब उथल-पुथल में बदल गई, जब उनकी पत्नी प्रिया यादव का बिहार के समस्तीपुर में शिक्षक के पद पर चयन हुआ. मोहित ने अपने 1 मिनट 57 सेकंड के वीडियो में बताया कि पत्नी की मां के कहने पर उनकी पत्नी ने उनके अजन्मे बच्चे का गर्भपात करवाया और परिवार की सारी ज्वेलरी अपने कब्जे में कर ली. इतना ही नहीं, प्रिया ने मोहित को धमकी दी कि अगर उसने अपनी जमीन और संपत्ति उसके नाम नहीं की, तो वह उन्हें और उनके परिवार को दहेज के झूठे मामले में फंसा देगी. मोहित ने बताया कि उनकी शादी 27 नवंबर 2023 को प्रेम विवाह के रूप में हुई थी, जो सात साल के प्रेम संबंध के बाद परिवार की सहमति से संपन्न हुई थी.
ससुराल वालों की साजिश
मोहित ने अपने सुसाइड नोट में ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए. उनके ससुर अनुज कुमार ने उनके खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज की, जबकि साले ने फोन पर जान से मारने की धमकी दी. मोहित ने बताया कि उनकी पत्नी हर दिन उनके साथ झगड़ा करती थी और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करती थी. इस साजिश में उसका पूरा ससुराल शामिल था. मोहित ने अपनी अंतिम इच्छा जताते हुए कहा, "अगर मुझे मरने के बाद भी इंसाफ नहीं मिला, तो मेरी अस्थियों को नाले में बहा देना."
होटल में मिला शव
इटावा के सिविल लाइन इलाके में रेलवे स्टेशन के पास जॉली होटल के कमरा नंबर 101 में शुक्रवार रात मोहित का शव फंदे से लटका मिला. पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की. मोहित के भाई तारेन प्रताप ने बताया कि मोहित ने कोटा जाने की बात कहकर घर छोड़ा था और इटावा में रुकने की बात कही थी. शुक्रवार सुबह 6 बजे मोहित ने अपने भाई को सुसाइड वीडियो भेजा, जिसके बाद परिवार ने उससे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. सर्विलांस के जरिए उसकी लोकेशन इटावा रेलवे स्टेशन के पास मिली. पूरे दिन परिवार ने उसे ढूंढा, लेकिन देर रात पुलिस ने उसकी मौत की खबर दी.
पत्नी की संपत्ति की मांग
मोहित के भाई ने बताया कि प्रिया और उसके परिवार वाले मोहित की संपत्ति हड़पने के लिए दबाव बना रहे थे. प्रिया का शिक्षक के पद पर चयन होने के बाद उसने मोहित से सारी प्रॉपर्टी अपने नाम करने की मांग की. इस साजिश में प्रिया के माता-पिता और भाई भी शामिल थे. मोहित का ससुराल पिछले कुछ महीनों से उनके परिवार के खिलाफ झूठे आरोप लगा रहा था.
पुलिस जांच जारी
पुलिस ने मोहित के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा, जिसके बाद परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए औरैया ले गए. अभी तक मोहित के परिवार ने प्रिया और उसके परिजनों के खिलाफ कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं की है. इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और परिजनों की शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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