लखनऊ: रक्षाबंधन और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी जैसे पावन त्योहारों से पहले उत्तर प्रदेश की लाखों महिलाओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से खास तोहफा मिला है. योगी सरकार ने समय से पहले पेंशन जारी कर, उन महिलाओं को आर्थिक राहत दी है जो पति की मृत्यु के बाद जीवन की कठिन राह पर अकेली चल रही हैं.
जुलाई-सितंबर की पेंशन अग्रिम भेजी गई
उत्तर प्रदेश सरकार के महिला कल्याण विभाग के माध्यम से वित्तीय वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) की पेंशन राशि अगस्त के पहले सप्ताह में ही जारी कर दी गई है. इस बार कुल 36,75,623 महिलाओं के खातों में 1115.64 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं. यह राशि पीएफएमएस (Public Financial Management System) के ज़रिए सीधे महिलाओं के आधार-लिंक्ड बैंक खातों में भेजी गई है. इसका उद्देश्य यह है कि महिलाएं बिना किसी आर्थिक चिंता के त्योहारों को आत्मसम्मान और खुशी से मना सकें.
क्या है निराश्रित महिला पेंशन योजना?
उत्तर प्रदेश सरकार की निराश्रित महिला पेंशन योजना उन महिलाओं के लिए शुरू की गई है जो पति की मृत्यु के बाद आर्थिक रूप से असहाय हो गई हैं. योजना का लाभ 18 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को दिया जाता है. लाभार्थी महिला की वार्षिक पारिवारिक आय 2 लाख रुपये से कम होनी चाहिए. योजना के तहत प्रत्येक महिला को 1000 रुपये मासिक पेंशन दी जाती है.
पहले से ज्यादा महिलाओं को मिला लाभ
इससे पहले अप्रैल-जून तिमाही में 35,78,111 महिलाओं को 1062.15 करोड़ रुपये दिए गए थे. इस बार लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 36.75 लाख हो गई है. समय से पहले राशि जारी कर सरकार ने अपनी संवेदनशीलता और तत्परता दोनों का परिचय दिया है.
सामाजिक सुरक्षा की मजबूत मिसाल
महिला कल्याण विभाग की निदेशक संदीप कौर ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर पेंशन अग्रिम जारी की गई है, ताकि कोई भी पात्र महिला लाभ से वंचित न रहे. योगी सरकार की यह पहल महिलाओं को आर्थिक आत्मनिर्भरता और सम्मानजनक जीवन की ओर प्रेरित करती है, जो समाज में सशक्तिकरण का स्पष्ट संदेश देती है.
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