17 मिनट के लिए मर गई महिला, फिर दोबारा हो गई जिंदा, बताया यमलोक का किस्सा, जिसे सुन चकरा जाएगा दिमाग

    विक्टोरिया थॉमस, जो एक जिम में वर्कआउट कर रही थीं, उस वक्त अपने जीवन के सबसे बड़े संकट से गुजर रही थीं. मात्र 35 साल की उम्र में, एक बूट कैंप सेशन के दौरान उनका दिल अचानक धड़कना बंद कर गया.

    Victoria Thomas came alive 17 minutes after death Near death experience
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Internet

    कभी आपने सुना है कि लोग अपनी ज़िंदगी में दूसरी बार जन्म लेते हैं? इस रहस्यमयी अनुभव को जानने के बाद, क्या आप यकीन करेंगे? विक्टोरिया थॉमस के साथ जो हुआ, वह किसी चमत्कार से कम नहीं था. यह कहानी न केवल उनके जीवन की कड़ी परिक्षा है, बल्कि इसके बाद उनके दिल से जुड़े अनुभवों ने सबको चौंका दिया.

    अचानक हुआ दिल का बंद होना

    विक्टोरिया थॉमस, जो एक जिम में वर्कआउट कर रही थीं, उस वक्त अपने जीवन के सबसे बड़े संकट से गुजर रही थीं. मात्र 35 साल की उम्र में, एक बूट कैंप सेशन के दौरान उनका दिल अचानक धड़कना बंद कर गया. एम्बुलेंस की समय पर पहुंचने और पैरामेडिक्स द्वारा किए गए सीपीआर के कारण, विक्टोरिया को बचा लिया गया, लेकिन उनका दिल 17 मिनट तक रुक चुका था.

    आफ्टरलाइफ अनुभव: क्या सच में मौत के बाद कुछ होता है?

    आमतौर पर लोग आफ्टरलाइफ अनुभवों में शांति और सुकून की बात करते हैं, लेकिन विक्टोरिया का अनुभव इससे अलग था. उन्होंने बताया कि उन्होंने खुद को छत के पास तैरते हुए देखा और नीचे अपने शरीर को देखा. वह कहती हैं, "मुझे लगा कि मेरी टांगें कितनी मोटी हो गई हैं", और जब उन्होंने बाद में तस्वीर देखी, तो पाया कि उनकी टांगें वाकई सूज चुकी थीं. यह अनुभव उनके लिए एक गहरी समझ का हिस्सा बना.

    दिल की बीमारी और दुर्लभ बीमारी की पहचान

    विक्टोरिया के अनुभव ने उन्हें जीवन के बहुत करीब ला दिया था, लेकिन असली चुनौती इसके बाद आई. उन्हें एक दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी, Danon disease का पता चला, जिससे उनके दिल की क्षमता बहुत कम हो गई थी. डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि उनका दिल केवल 11% काम कर रहा था और उनकी जिंदगी कुछ ही महीनों की रह गई थी. अब विक्टोरिया के लिए एक हार्ट ट्रांसप्लांट ही एकमात्र विकल्प था.

    नई जिंदगी: हार्ट ट्रांसप्लांट के बाद

    हालांकि, दिल मिलने की प्रक्रिया लंबी थी, और कई बार उपयुक्त दिल नहीं मिला. लेकिन आखिरकार, अप्रैल 2023 में, उन्हें एक उपयुक्त दिल मिल ही गया और उनका सफल हार्ट ट्रांसप्लांट हुआ. अब विक्टोरिया पूरी तरह से स्वस्थ हैं और उनके दिल ने एक नई ज़िंदगी को जन्म दिया है.

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