Varanasi News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर की सड़कों पर पिछले कुछ दिनों से एक नकली सिपाही रौब झाड़ता घूम रहा था. मामला तब सामने आया जब रामनगर पुलिस को युवक की गतिविधियों पर शक हुआ और जांच के बाद हकीकत सामने आ गई. आरोपी सिद्धार्थ सिंह ने वर्दी और फर्जी पहचान के दम पर न सिर्फ आम जनता को भ्रमित किया, बल्कि अपने परिवार और गर्लफ्रेंड को भी धोखे में रखा.
20 दिन तक फर्जी सिपाही बन घूमता रहा युवक
सिद्धार्थ सिंह, जो कि चंदौली जिले के भोजपुर (सकलडीहा) का रहने वाला है, वर्तमान में वाराणसी के चितईपुर के नासिरपुर में रह रहा था. वह पिछले 20 दिनों से खुद को यूपी पुलिस का जवान बताकर वाराणसी की गलियों में घूम रहा था. वर्दी पहनकर वह दुकानों से सामान लेता, पान और मिठाई की दुकानों पर पैसे दिए बिना निकल जाता और खुद को असली पुलिसवाला बताकर धौंस दिखाता.
परिवार को बताया कि पुलिस में भर्ती हो गया है
पूछताछ में एसीपी ज्ञानेन्द्र पाठक को युवक ने बताया कि वह इंटर पास है और चंदौली के एक पॉलीटेक्निक कॉलेज में प्रथम वर्ष का छात्र है. लेकिन वह पिछले तीन महीने से कॉलेज नहीं गया था. घरवालों को खुश करने के लिए उसने सिपाही की वर्दी सिलवाई, फर्जी आईडी कार्ड और रिबन बनवाए. फिर घरवालों से झूठ बोला कि वह पुलिस में भर्ती हो गया है और बनारस में ट्रेनिंग कर रहा है.
छात्रवृत्ति की रकम को बताया वेतन
अपने पहले वेतन का दिखावा करने के लिए सिद्धार्थ ने छात्रवृत्ति की रकम अपने माता-पिता को दे दी. यह सब उसने सिर्फ यह साबित करने के लिए किया कि वह अब पुलिसवाला बन चुका है.
गर्लफ्रेंड को इम्प्रेस करने के लिए भेजी सेल्फियां
युवक के मोबाइल की जांच में पुलिस को कई तस्वीरें मिलीं, जिनमें वह पुलिस वर्दी में अलग-अलग जगहों पर सेल्फी ले रहा था. वह ये फोटो अपनी गर्लफ्रेंड को भेजता था ताकि उसे लगे कि वह एक असली सिपाही है. रामनगर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि कहीं उसने किसी से ठगी तो नहीं की.
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