राजस्थान विधानसभा में खुली वंदे मातरम गैलरी, लोगों को फ्री में मिलेगी एंट्री, जानिए खास बातें

    राजस्थान की राजधानी जयपुर में बुधवार (26 नवंबर) को संविधान दिवस के मौके पर एक विशेष पहल की गई, जिसमें वंदे मातरम गैलरी का उद्घाटन हुआ. यह गैलरी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महत्वपूर्ण प्रतीक वंदे मातरम गीत की रचना के 150 साल पूरे होने के अवसर पर बनाई गई है.

    Vande Mataram gallery inaugurated in Rajasthan Assembly
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    जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर में बुधवार (26 नवंबर) को संविधान दिवस के मौके पर एक विशेष पहल की गई, जिसमें वंदे मातरम गैलरी का उद्घाटन हुआ. यह गैलरी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महत्वपूर्ण प्रतीक वंदे मातरम गीत की रचना के 150 साल पूरे होने के अवसर पर बनाई गई है. यह गैलरी राजस्थान विधानसभा में देश का पहला ऐसा प्रयास है, जहां पर वंदे मातरम पर आधारित एक अलग गैलरी स्थापित की गई है.

    वंदे मातरम गैलरी का उद्देश्य

    वंदे मातरम गैलरी का उद्देश्य केवल जानकारी देना नहीं, बल्कि लोगों में देशभक्ति और मातृभूमि के प्रति आत्मिक जुड़ाव की भावना को जगाना भी है. इस गैलरी में वंदे मातरम के इतिहास, संघर्ष और इसके महत्व को 37 चित्रों और राइटअप्स के माध्यम से दर्शाया गया है. यह गैलरी दर्शकों को वंदे मातरम के पीछे की पूरी कहानी से अवगत कराती है, जिसमें गीत की रचना से लेकर उसकी आज की प्रासंगिकता तक की जानकारी शामिल है.

    वंदे मातरम गैलरी का उद्घाटन

    वंदे मातरम गैलरी का उद्घाटन राजस्थान विधानसभा के स्पीकर वासुदेव देवनानी, राज्य के कानून मंत्री जोगाराम पटेल, और विधानसभा में विपक्ष के नेता टीकाराम जूली के द्वारा किया गया. इस मौके पर विशेष रूप से देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कानून के छात्रों और शिक्षकों को आमंत्रित किया गया था. यह उद्घाटन कार्यक्रम संविधान दिवस के अवसर पर हुआ, जिससे इस गैलरी का महत्व और भी बढ़ गया.

    आम लोगों के लिए खुली गैलरी

    स्पीकर वासुदेव देवनानी के अनुसार, यह गैलरी सप्ताह में छह दिन खुली रहेगी, शनिवार को छोड़कर. आम लोग बिना किसी शुल्क के इस गैलरी का दौरा कर सकते हैं. हालांकि, गैलरी में प्रवेश के लिए सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन करना होगा. यह पहल एक तरफ जहाँ लोगों को देशभक्ति की भावना से जोड़ने की कोशिश है, वहीं दूसरी ओर यह एक खूबसूरत और प्रभावशाली तरीके से तैयार की गई गैलरी है, जो बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए आकर्षक होगी.

    वंदे मातरम: केवल एक गीत नहीं, आत्मिक जुड़ाव का प्रतीक

    राजस्थान विधानसभा के पीआरओ डॉ. लोकेश शर्मा के अनुसार, वंदे मातरम गैलरी का प्रमुख उद्देश्य यह बताना है कि वंदे मातरम केवल एक गीत नहीं है, बल्कि यह हमारी मातृभूमि से गहरे आत्मिक जुड़ाव का प्रतीक है. यह गैलरी भारत के स्वतंत्रता संग्राम और उस समय की संघर्ष यात्रा को भी दर्शाती है, जो आज भी हमें प्रेरित करती है. विधानसभा में रोजाना बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक आते हैं, ऐसे में इस गैलरी को आम लोगों के लिए खोलने का फैसला सही दिशा में एक कदम है.

    बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए आकर्षक

    गैलरी को इस तरह से तैयार किया गया है कि हर आयु वर्ग के लोग यहां आकर इसे देखने में रुचि लेंगे. डा. लोकेश शर्मा के अनुसार, यह गैलरी बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों के लिए एक समान रूप से दिलचस्प है. हर चित्र और राइटअप को इस तरह से प्रस्तुत किया गया है कि वे देखने में आकर्षक और समझने में सरल हों.

    युवा संवाद कार्यक्रम: संविधान के महत्व पर चर्चा

    गैलरी के उद्घाटन से पहले विधानसभा के कांफ्रेंस हॉल में एक युवा संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी, कानून मंत्री जोगाराम पटेल और विपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने संविधान के महत्व के बारे में स्टूडेंट्स से बातचीत की. इस दौरान राजनीतिक नेताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ सियासी तीर चलाने से भी पीछे नहीं रहे, लेकिन इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को संविधान और देश की एकता की भावना से जोड़ना था.

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