Vaishali News: कभी-कभी जिंदगी की मुश्किलें इंसान को ऐसे मोड़ पर ले आती हैं, जहां सही और गलत के बीच की रेखा धुंधली हो जाती है. बिहार के वैशाली से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसने पुलिस को भी चौंका दिया और समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया.
यह कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है, जहां एक युवक ने खुद का अपहरण दिखाकर एक लाख रुपये की फिरौती की मांग की. लेकिन जब पुलिस ने मात्र 24 घंटे में इस 'अपहृत' युवक को खोज निकाला, तो सच्चाई सामने आई कि युवक ने अपने ऊपर चढ़े कर्ज से छुटकारा पाने के लिए यह सब कुछ खुद ही रचा था.
परिवार पर जमीन बेचने का दबाव
वैशाली जिले के नगर थाना क्षेत्र की गीता देवी ने 22 मई को अपने बेटे मनीष के अपहरण की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई. बताया गया कि अपहरणकर्ताओं ने एक लाख की फिरौती मांगी है. पुलिस हरकत में आई और अगले ही दिन मनीष को बरामद कर लिया.
पूछताछ में खुलासा हुआ कि मनीष पर भाई-बहन की शादी के कारण एक लाख का कर्ज हो गया था. कर्ज से उबरने का कोई रास्ता न देख, उसने अपने माता-पिता पर जमीन बेचने का दबाव बनाने के लिए यह साजिश रची. मोबाइल बंद कर लापता हो गया और खुद को ‘अपहृत’ घोषित करवा दिया.
पुलिस ने क्या बताया?
मामले की जानकारी देते हुए एसडीपीओ सदर ओमप्रकाश ने कहा कि 22 मई को नगर थाना क्षेत्र के हेला बाजार महारानी चौक निवासी गीता देवी ने पुलिस को आवेदन देकर बताया था कि उनके बेटे मनीष का अपहरण हो गया है. अपहरणकर्ताओं ने फिरौती में 1 लाख रुपये की मांग की है. जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अपहरण हुए मनीष को 24 घंटे के अंदर बरामद कर लिया. शुरुआत में उसने पुलिस को झूठी कहानी सुनाई, लेकिन जब सख्ती से पूछताछ हुई तो सच्चाई सामने आ गई. पुलिस ने अब मनीष के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.
ये भी पढ़ें: दिल्ली में कोरोना की री-एंट्री, सरकार ने जारी की एडवाइजरी, अस्पतालों को दिए अलर्ट मोड में रहने के निर्देश