UP Tiranga Yatra: पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की अभूतपूर्व सफलता के बाद, देशभर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार से ‘तिरंगा शौर्य यात्रा’ की शुरुआत की है. इस यात्रा का उद्देश्य भारतीय सेना के शौर्य को सम्मान देना और आम जनता तक ऑपरेशन सिंदूर की सच्चाई पहुंचाना है. राजधानी लखनऊ में इस अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की. उन्होंने खुद लोगों के साथ कदम से कदम मिलाकर तिरंगा यात्रा में हिस्सा लिया और सेना के पराक्रम को नमन किया.
मुख्यमंत्री ने पाकिस्तान को घेरा, सेना को किया नमन
यात्रा के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "पाकिस्तान और उसके सरपरस्त पहलगाम जैसे कायराना हमलों के पीछे रहे हैं, और जब भारत ने सबूतों के साथ सच्चाई सामने रखी, तब भी वह खामोश रहा. ऐसे में ज़रूरी था कि हमारी सेना निर्णायक कार्रवाई करे." उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के पहले ही दिन 100 से अधिक आतंकियों और उनके मददगारों को कड़ी सजा दी गई, जिससे पूरी दुनिया को भारत की ताकत का अहसास हुआ.
दुनिया ने देखा भारतीय सेना का शौर्य
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया को यह संदेश दिया है कि भारत किसी को छेड़ता नहीं, लेकिन अगर कोई भारत को छेड़ेगा तो उसे छोड़ेगा भी नहीं. उन्होंने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि जब आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तान की सेना और नेता शामिल होते हैं, तब उनकी असलियत दुनिया के सामने आ जाती है. एक दिन यह आतंकवाद खुद पाकिस्तान को निगल जाएगा.
सेना के सम्मान में उमड़ा जनसैलाब
लखनऊ में निकली तिरंगा यात्रा में हर वर्ग और हर आयु के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. महिलाएं, बच्चे, युवा और बुजुर्ग सबके हाथों में तिरंगा था और चेहरे पर गर्व का भाव. मुख्यमंत्री योगी खुद यात्रा में आगे-आगे चलते नजर आए और बच्चों से मिलकर उनका उत्साहवर्धन किया.
जन-जन तक पहुंचेगी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सच्चाई
बीजेपी ने इस यात्रा के माध्यम से एक व्यापक जनजागरूकता अभियान भी शुरू किया है. पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर ऑपरेशन सिंदूर की सच्चाई बताएंगे, सेना के शौर्य की कहानी साझा करेंगे और पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे झूठे प्रचार का पर्दाफाश करेंगे. भाजपा ने स्पष्ट किया है कि यह कोई राजनीतिक अभियान नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य भारतीय सेना के साहस और बलिदान को जन-जन तक पहुंचाना है.
यह भी पढ़ें: 'आग लगा दूंगा...', पीएम मोदी से बोला जवान- एक परमाणु बम से कम नहीं भारत का नौजवान