उत्तर प्रदेश की छतें अब सिर्फ धूप नहीं, ऊर्जा भी समेटेंगी. योगी सरकार ने प्रदेश को सौर ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत 2027 तक 8 लाख घरों की छतों पर सोलर रूफटॉप संयंत्र लगाने का लक्ष्य तय किया गया है, जो न केवल पर्यावरण को साफ़ रखने में मदद करेगा, बल्कि आम लोगों की बिजली की लागत में भी भारी कटौती करेगा.
2025-26 में 2.65 लाख सोलर इंस्टॉलेशन का टारगेट
सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए 2.65 लाख रूफटॉप सोलर यूनिट्स लगाने का लक्ष्य रखा है. इसका मतलब है कि हर महीने औसतन 22,000 इंस्टॉलेशन होंगे, यानी हर जिले में लगभग 300 नए संयंत्र लगेंगे. योजना की निगरानी मुख्यमंत्री डैशबोर्ड से की जा रही है, जिससे हर जिले की प्रगति को रियल टाइम में ट्रैक किया जा सके.
1 लाख से अधिक घरों पर पहले ही लग चुके हैं सोलर प्लांट
अब तक उत्तर प्रदेश में 1 लाख से अधिक सोलर रूफटॉप प्लांट्स लगाए जा चुके हैं. औसतन हर महीने 11,000 यूनिट्स की गति से यह काम लगातार आगे बढ़ रहा है. इस पूरी प्रक्रिया की ज़िम्मेदारी यूपीनेडा (Uttar Pradesh New and Renewable Energy Development Agency) को दी गई है, जो सोलर ऊर्जा को आम लोगों की पहुंच में लाने के लिए हर स्तर पर सक्रिय है.
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वेंडर्स को मिल रही है ट्रेनिंग और बैंकिंग सपोर्ट
सरकार ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए 2500 से अधिक वेंडर्स को इमपैनल्ड किया है और 1800 से ज्यादा को प्रशिक्षण दिया जा चुका है. इसके अलावा बैंकिंग सहायता और क्रेडिट गारंटी जैसी सुविधाएं भी वेंडर्स को दी जा रही हैं, ताकि वे सुचारू रूप से इंस्टॉलेशन का कार्य कर सकें.
सिर्फ बिजली नहीं, पर्यावरण को भी मिलेगा संरक्षण
यह योजना सिर्फ बिजली बिल कम करने की दिशा में नहीं है, बल्कि ग्रीन एनर्जी और क्लाइमेट एक्शन की दिशा में भी एक बड़ा कदम है. स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा की ओर बढ़ते इस कदम से उत्तर प्रदेश न केवल पर्यावरण की रक्षा करेगा, बल्कि ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर भी एक मजबूत नींव रखेगा.