कीव: यूक्रेन ने रूस के खिलाफ अब तक का सबसे सटीक और दूरगामी ड्रोन हमला करते हुए चार रूसी एयरबेसों को निशाना बनाया है, जिससे दर्जनों लड़ाकू विमान क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गए. “ऑपरेशन स्पाइडर वेब” नाम से चलाए गए इस हमले की योजना 18 महीनों तक गुप्त रूप से बनाई गई थी.
यूक्रेनी सुरक्षा सेवा (SBU) द्वारा बुधवार को जारी एक वीडियो में दिखाई गया है कि किस तरह यूक्रेनी ड्रोन रणनीतिक रूसी बमवर्षकों और रडार प्लेटफॉर्म्स को निशाना बना रहे हैं. वीडियो में कई विमानों को जलते और पूरी तरह निष्क्रिय होते हुए देखा जा सकता है.
टेक्नोलॉजी: ड्रोन लॉन्च रणनीति में क्रांति
यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, इस हमले में स्थानीय स्तर पर तैनात मोबाइल लॉन्चिंग यूनिट्स का प्रयोग किया गया, विशेष रूप से डिजाइन की गई ट्रकें जिनमें ड्रोन को छिपाया गया था और जो हमले के समय सक्रिय की गईं. उल्लेखनीय है कि इन ट्रकों को यूक्रेनी सीमा से नहीं, बल्कि रूस के अंदर गुप्त स्थानों से संचालित किया गया.
Operation "Spiderweb"@ServiceSsu has released unique footage of an operation that resulted in the damaging of 41 russian strategic military aircraft. pic.twitter.com/S4C8bSJRAV
— Defense of Ukraine (@DefenceU) June 4, 2025
इन ड्रोन में फाइबर ऑप्टिक नियंत्रण प्रणाली का इस्तेमाल हुआ, जो उन्हें रूसी जैमिंग तकनीक से प्रभावी ढंग से सुरक्षित रखती है. विशेषज्ञों के मुताबिक, यह रणनीति साइबर और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के क्षेत्र में यूक्रेन की उन्नत क्षमताओं का संकेत देती है.
निशाना बने रूसी रणनीतिक एसेट्स
यूक्रेनी SBU का दावा है कि इस हमले में टीयू-95, टीयू-22एम3 बमवर्षक, ए-50 हवाई रडार प्लेटफॉर्म, और क्रूज मिसाइल कैरियर्स को निशाना बनाया गया. इन सभी की गिनती रूसी रणनीतिक सैन्य क्षमता के प्रमुख स्तंभों में होती है.
हमले के केंद्र में रहे एयरबेस:
यूक्रेन का अनुमान है कि हमले में रूस को लगभग 7 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष नुकसान हुआ है, जो पूरे युद्धकाल के दौरान हुए हवाई नुकसान में सबसे बड़ा आंकड़ा है.
रूस की रणनीतिक चुप्पी या बदले की तैयारी?
क्रेमलिन ने इस हमले को गंभीरता से लेते हुए बयान दिया है कि “जवाबी कार्रवाई तय समय और तरीके से होगी.” रूस की ओर से यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि जवाब सैन्य होगा या साइबर/राजनीतिक.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से एक टेलीफोन वार्ता के दौरान भी इस हमले का उल्लेख करते हुए संकेत दिए कि “यूक्रेनी आक्रामकता का उत्तर अपरिहार्य है.”
इस बीच, रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने कहा है कि क्षतिग्रस्त विमानों की मरम्मत प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है, और यह हमले की क्षति को यथासंभव सीमित करने की दिशा में एक प्रयास है.
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