Siper मिसाइल ने पास किया फाइनल टेस्ट, ऐसे एर्दोगन ने तैयार कर लिया 'आयरन डोम', चीन-पाक से करेगा डील?

    तुर्की ने एक और बड़ी उपलब्धि के साथ अपने डिफेंस सेक्टर को मजबूती देने की दिशा में नया कदम बढ़ाया है. स्वदेशी लॉन्ग रेंज एयर डिफेंस मिसाइल 'साइपर' (SİPER) ने अपना सीरियल प्रोडक्शन एक्सेप्टेंस टेस्ट सफलतापूर्वक पास कर लिया है.

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    तुर्की ने एक और बड़ी उपलब्धि के साथ अपने डिफेंस सेक्टर को मजबूती देने की दिशा में नया कदम बढ़ाया है. स्वदेशी लॉन्ग रेंज एयर डिफेंस मिसाइल 'साइपर' (SİPER) ने अपना सीरियल प्रोडक्शन एक्सेप्टेंस टेस्ट सफलतापूर्वक पास कर लिया है. इसका साफ मतलब है कि यह मिसाइल अब तुर्की की मल्टी-लेयर एयर डिफेंस शील्ड 'स्टील डोम' में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए तैयार है.

    इस मिसाइल सिस्टम पर काम साल 2018 में शुरू हुआ था, और अब यह 150 किलोमीटर की रेंज तक हवाई लक्ष्यों जैसे कि लड़ाकू विमान, क्रूज़ मिसाइल और ड्रोन को मार गिराने में सक्षम हो चुकी है. इस परियोजना में तुर्की की प्रतिष्ठित रक्षा कंपनियाँ – असेलसन, रोकेटसन और देश का प्रमुख अनुसंधान संगठन TÜBİTAK शामिल रहे हैं.

    अत्याधुनिक तकनीक से लैस है 'साइपर'

    इस मिसाइल में आधुनिक K-बैंड रेडियो फ्रीक्वेंसी सीकर लगाया गया है, जो उड़ते लक्ष्यों की पहचान और ट्रैकिंग में अत्यंत सटीकता प्रदान करता है. तुर्की रक्षा उद्योग एजेंसी के प्रमुख हलुक गोरगुन ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी साझा करते हुए बताया कि साइपर ने उच्च ऊंचाई पर एयर डिफेंस मिशनों में अपनी ताकत का प्रदर्शन कर दिया है. यह हमारी रक्षा प्रणाली के लिए बेहद अहम कड़ी साबित होगा.

    'स्टील डोम' तुर्की का बहुस्तरीय सुरक्षा कवच

    तुरंत हमला होने की स्थिति में हवा से बचाव के लिए तुर्की एक लेयर्ड एयर डिफेंस नेटवर्क तैयार कर रहा है, जिसे 'स्टील डोम' नाम दिया गया है. इस सिस्टम की खास बात यह है कि यह कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर आधारित नेटवर्क-बेस्ड सुरक्षा प्रणाली है, जो विभिन्न ऊँचाई और दूरी से आने वाले हवाई हमलों से रक्षा करने में सक्षम है.

    इसमें कई स्तरों पर काम करने वाली मिसाइलें और सिस्टम शामिल हैं:

    • कोरकट गन सिस्टम – 35 किलोमीटर तक की नजदीकी सुरक्षा
    • हिसार-A और हिसार-O – छोटी और मीडियम रेंज की मिसाइलें
    • साइपर – लंबी दूरी के हवाई खतरों को खत्म करने वाली मिसाइल. इसके साथ-साथ, तुर्की के घरेलू रडार सिस्टम जैसे ERALP, MAR, और फायर कंट्रोल रडार AKR भी इस कवच का हिस्सा हैं. अभी भी कुछ महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी जैसे KKS एंटीना और सैटेलाइट आधारित नेविगेशन यूनिट्स पर काम चल रहा है.

    भविष्य की रणनीति – तकनीकी आधार को और मजबूत करना

    ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, तुर्की अब अपने एयर डिफेंस सिस्टम की रीढ़ को और मजबूत बनाने के लिए क्लाउड कंप्यूटिंग और इनर्शियल मेजरमेंट यूनिट जैसी टेक्नोलॉजी पर भी काम कर रहा है. साल 2024 के अंत में 'एटलस' नामक एक विशेष प्रोजेक्ट लॉन्च किया गया था, जिसका मकसद है – सिस्टम की परफॉर्मेंस और डेटा प्रोसेसिंग क्षमता को बढ़ाना. इस पूरी कोशिश का लक्ष्य है. एक पूर्णतः आत्मनिर्भर और बहुस्तरीय वायु सुरक्षा प्रणाली तैयार करना, जिससे तुर्की भविष्य के किसी भी हवाई खतरे का जवाब खुद दे सके.

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