भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट लगातार विस्तार कर रहा है, और इसी ट्रेंड को देखते हुए टेस्ला ने देश में अपने नेटवर्क को और मज़बूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. मुंबई में पहला एक्सपीरियंस सेंटर लॉन्च करने के बाद अब कंपनी राजधानी दिल्ली के एरोसिटी में अपना दूसरा शोरूम खोलने जा रही है.
यह डीलरशिप इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक स्थित होगी और अगस्त 2025 तक इसे आम जनता के लिए खोलने की योजना है. हाल ही में सामने आई तस्वीरों से संकेत मिलते हैं कि शोरूम लगभग तैयार हो चुका है.
भारत में टेस्ला की शुरुआत: Model Y से एंट्री
भारतीय बाजार में टेस्ला Model Y से एंट्री हो चुकी है. यह एक प्रीमियम इलेक्ट्रिक SUV है, जिसे फिलहाल CBU (Completely Built Unit) के तौर पर इंपोर्ट किया जा रहा है. इसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 59.89 लाख रुपये तय की गई है.
कौन-कौन से वेरिएंट्स उपलब्ध हैं?
Model Y को भारत में दो वेरिएंट्स में लॉन्च किया गया है:
इन वेरिएंट्स में WLTP स्टैंडर्ड के अनुसार 622 किलोमीटर तक की सिंगल चार्ज रेंज दी गई है. यह इलेक्ट्रिक SUV 201 किमी/घंटा की टॉप स्पीड हासिल कर सकती है. साथ ही इसमें 19-इंच के क्रॉसफ्लो अलॉय व्हील्स दिए गए हैं जो न सिर्फ बेहतर ग्रिप देते हैं, बल्कि इसका लुक भी बेहद आकर्षक बनाते हैं. टेस्ला इस मॉडल के साथ एक फुल सेल्फ-ड्राइविंग (FSD) किट का विकल्प भी दे रही है, जिसकी कीमत करीब 6 लाख रुपये होगी. यह फीचर गाड़ी को और ज्यादा स्मार्ट बनाता है.
ऑफलाइन मौजूदगी क्यों जरूरी है?
भारत में अधिकतर ग्राहक वाहन खरीदने से पहले शोरूम विज़िट, टेस्ट ड्राइव और पर्सनल इंटरैक्शन को अहम मानते हैं. ऐसे में केवल ऑनलाइन मॉडल अपनाना, खासकर प्रीमियम सेगमेंट में, ग्राहकों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता. टेस्ला को इस जरूरत का अंदाज़ा है और इसीलिए कंपनी दिल्ली जैसे बड़े महानगरों में फिजिकल शोरूम स्थापित कर रही है, ताकि ग्राहक ब्रांड को महसूस कर सकें.
एरोसिटी को ही क्यों चुना गया?
दिल्ली का एरोसिटी, न केवल लोकेशन के लिहाज़ से बेहतरीन है बल्कि यहां पहले से ही कई लक्ज़री ब्रांड्स, 5-स्टार होटल्स और हाई-एंड स्टोर्स मौजूद हैं. यह इलाका विदेशी पर्यटकों और अमीर ग्राहकों की पहली पसंद माना जाता है, और यही वजह है कि टेस्ला ने यहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का फैसला किया.
भविष्य की योजना: भारत में मैन्युफैक्चरिंग?
टेस्ला की योजना सिर्फ शोरूम खोलने तक सीमित नहीं है. कंपनी लंबे समय से भारत में स्थानीय असेंबली प्लांट या मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने की संभावनाएं तलाश रही है. इससे न केवल कीमतों में कमी आ सकती है, बल्कि भारतीय ईवी बाजार को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान भी मिल सकती है.
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