मिडिल ईस्ट की 120 साल पुरानी कंपनी अब टाटा ग्रुप के पास! इतने देशों में हैं स्टोर्स, जानिए कितने में खरीदी

    Tata Group And Damas Deal: भारत के सबसे बड़े और भरोसेमंद व्यापारिक समूहों में शुमार टाटा ग्रुप एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने पंख फैला रहा है. इस बार टाटा की प्रमुख कंज्यूमर ब्रांड कंपनी टाइटन ने दुबई के प्रतिष्ठित ज्वैलरी ब्रांड ‘दमास’ (Damas) में बड़ा निवेश करने का फैसला किया है.

    Tata Group Acquire Damas know about this company
    Image Source: ANI/ Damas

    Tata Group And Damas Deal: भारत के सबसे बड़े और भरोसेमंद व्यापारिक समूहों में शुमार टाटा ग्रुप एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने पंख फैला रहा है. इस बार टाटा की प्रमुख कंज्यूमर ब्रांड कंपनी टाइटन ने दुबई के प्रतिष्ठित ज्वैलरी ब्रांड ‘दमास’ (Damas) में बड़ा निवेश करने का फैसला किया है. दमास मिडिल ईस्ट का एक लगभग 120 साल पुराना ब्रांड है, जो अपनी शानदार विरासत, डिजाइनों और गोल्ड ज्वैलरी में विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है.

    टाइटन ने अपनी अंतरराष्ट्रीय सहायक कंपनी Titan Holdings International FZCO के माध्यम से दमास में 67% हिस्सेदारी खरीदने का समझौता किया है. यह सौदा लगभग ₹2,438 करोड़ का है और इसके जरिए टाटा ग्रुप अब GCC देशों (खाड़ी सहयोग परिषद) में अपनी ज्वैलरी व्यवसाय की मौजूदगी को और मजबूती देने जा रहा है.

    टाटा ग्रुप क्यों कर रहा है यह अधिग्रहण?

    इस डील की घोषणा करते हुए टाटा ग्रुप ने कहा, "इस अधिग्रहण का उद्देश्य दमास एलएलसी (यूएई) के माध्यम से जीसीसी देशों में ज्वैलरी कारोबार का अधिग्रहण और विस्तार करना है." दमास फिलहाल 6 खाड़ी देशों में 146 स्टोर्स का नेटवर्क ऑपरेट करता है. वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने लगभग ₹3,450 करोड़ का राजस्व दर्ज किया.

    इस अधिग्रहण के ज़रिए टाइटन को न केवल खाड़ी क्षेत्र में सीधा उपभोक्ता नेटवर्क मिलेगा, बल्कि वह लक्ज़री ज्वैलरी मार्केट में अपनी पकड़ को भी मज़बूत कर सकेगा. यह कदम टाटा ग्रुप की उस रणनीति का हिस्सा है जिसमें वह अपने कंज्यूमर ब्रांड्स को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना चाहता है.

    दमास – एक ब्रांड, जो परंपरा और प्रीमियम का प्रतीक है

    दमास की स्थापना 1907 में हुई थी और इसे मिडिल ईस्ट में गोल्ड और डायमंड ज्वैलरी की विशिष्ट सेवाओं के लिए जाना जाता है. ब्रांड का मजबूत रिटेल नेटवर्क और हाई-एंड क्लाइंट बेस, टाइटन के लिए एक तुरंत लाभकारी अवसर साबित हो सकता है.

    शेयर बाजार में सकारात्मक प्रतिक्रिया

    टाइटन और दमास की यह डील जैसे ही सामने आई, टाइटन के शेयरों में तेजी देखने को मिली. कंपनी के स्टॉक्स लगभग 1.5% की बढ़त के साथ ₹3,482 तक पहुंच गए, जिससे निवेशकों का भरोसा भी इस सौदे पर दिखा.

    डील की टाइमलाइन और आगे की राह

    यह अधिग्रहण 31 जनवरी, 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है, हालांकि यह विभिन्न रेगुलेटरी मंजूरी पर निर्भर करेगा. सौदा पूरा होने के बाद टाटा ग्रुप और टाइटन को मिडिल ईस्ट के मार्केट में मजबूत रणनीतिक स्थिति हासिल होगी.

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