एलन मस्क का सपना है इंसानों को एक दिन मंगल ग्रह पर बसाने का, लेकिन इस सपने की राह में चुनौतियों की कमी नहीं है. उनकी कंपनी स्पेसएक्स को रविवार को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब उसका महत्वाकांक्षी स्टारशिप रॉकेट आखिरी समय पर लॉन्च नहीं हो सका.
टेक्सास स्थित स्पेसएक्स के स्टारबेस लॉन्च साइट से यह रॉकेट उड़ान भरने ही वाला था कि लॉन्च पैड से जुड़े ग्राउंड सिस्टम में तकनीकी गड़बड़ी आ गई. इसके चलते उड़ान से महज 30 मिनट पहले काउंटडाउन रोक दिया गया. स्पेसएक्स ने इस बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर जानकारी देते हुए कहा, "हम ग्राउंड सिस्टम की तकनीकी समस्या के चलते आज का लॉन्च स्थगित कर रहे हैं." यह मिशन भारतीय समयानुसार सोमवार तड़के लॉन्च होना था. लेकिन कंपनी ने अगली संभावित तारीख को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है.
क्या था इस मिशन का मकसद?
स्पेसएक्स के इस मिशन को लेकर नासा समेत कई स्पेस एजेंसियां काफी उम्मीदें लगाए बैठी थीं. सुपर हैवी बूस्टर को मैक्सिको की खाड़ी में सॉफ्ट लैंडिंग करनी थी, जबकि उसके ऊपर लगे स्टारशिप मॉड्यूल को अंतरिक्ष में जाकर नकली स्टारलिंक सैटेलाइट्स छोड़ने थे. सबसे अहम चरण था – अंतरिक्ष से वापसी. यहां पर नए स्टील फ्लैप्स और हीट शील्ड की कड़ी परीक्षा होनी थी, जो अब तक के पिछले मिशनों में फेल हो चुके हैं.
2027 में नासा की बड़ी योजना जुड़ी है इस रॉकेट से
स्टारशिप को नासा ने अपने मून मिशन के लिए चुना है. उम्मीद की जा रही है कि 2027 तक इसी रॉकेट से पहली बार इंसानों को फिर से चांद पर भेजा जाएगा. ऐसे में हर एक टेस्ट उड़ान बेहद अहम मानी जा रही है.
पहले भी कई बार मिली असफलता
स्टारशिप के अब तक के मिशनों का ट्रैक रिकॉर्ड काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है. दो मिशन लॉन्च के कुछ ही मिनटों बाद विफल हो गए थे. नौवें मिशन में रॉकेट अंतरिक्ष तक पहुंचने के बाद फट गया. जून में हुए एक बड़े टेस्ट के दौरान ऐसा धमाका हुआ कि मलबा पड़ोसी देश मैक्सिको तक पहुंच गया था.
मस्क का सपना, लेकिन रास्ता आसान नहीं
एलन मस्क की योजना है कि भविष्य में लाखों लोग मंगल ग्रह तक सुरक्षित पहुंच सकें. लेकिन स्पेसएक्स का हर छोटा-बड़ा टेस्ट इसी दीर्घकालिक लक्ष्य की नींव है. फिलहाल कंपनी को तकनीकी बाधाओं से पार पाना होगा ताकि स्टारशिप को उसकी मंज़िल की ओर रवाना किया जा सके.
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