नई दिल्ली: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) को एक बड़े पैमाने की तकनीकी खामी का सामना करना पड़ रहा है. शनिवार शाम से ही प्लेटफॉर्म के वेब और मोबाइल एप्लिकेशन दोनों पर लॉगिन, पोस्टिंग और कंटेंट एक्सेस जैसी मुख्य सेवाएं बाधित हैं. यह आउटेज लगातार दूसरे दिन जारी है, जिसने दुनियाभर के लाखों यूजर्स को प्रभावित किया है.
शुरुआत कब हुई?
डिजिटल ट्रैकिंग सेवा DownDetector के अनुसार, X की सेवाएं शनिवार शाम 5:46 बजे से बाधित होनी शुरू हुईं. लगभग 6:23 बजे शिकायतों की संख्या चरम पर थी, जब केवल भारत में ही नहीं, बल्कि अमेरिका, यूरोप और एशिया के प्रमुख हिस्सों से भारी संख्या में यूजर्स ने समस्याएं रिपोर्ट कीं.
X की ओर से फिलहाल तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है, जबकि कंपनी के CEO एलन मस्क और सीईओ लिंडा याकारिनो की चुप्पी यूजर्स के बीच असंतोष को बढ़ा रही है.
तकनीकी समस्या या स्टाफिंग क्राइसिस?
आंतरिक सूत्रों और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, X को इस संकट का सामना अपने डाटा सेंटर में आए तकनीकी फॉल्ट और इंजीनियरिंग टीम में कटौती के संयुक्त प्रभाव के कारण करना पड़ रहा है. उल्लेखनीय है कि एलन मस्क द्वारा 2022 में अधिग्रहण के बाद X ने बड़े पैमाने पर छंटनी की थी — जिससे इन्फ्रास्ट्रक्चर में आई किसी भी गड़बड़ी को तुरंत सुधारना अब मुश्किल हो गया है.
DownDetector के आंकड़ों के मुताबिक:
इन समस्याओं के चलते न केवल आम यूजर्स बल्कि प्रीमियम सब्सक्राइबर्स और ब्रांड्स भी प्रभावित हुए हैं, जो अपने मार्केटिंग अभियानों और जनसंपर्क गतिविधियों के लिए प्लेटफॉर्म पर निर्भर हैं.
पहले भी हो चुकी हैं कई आउटेज
X के लिए यह कोई नया संकट नहीं है. पिछले 12 महीनों में यह कम से कम तीसरी बड़ी आउटेज है:
इन घटनाओं ने X की तकनीकी स्थिरता पर लगातार सवाल खड़े किए हैं, खासकर तब, जब प्लेटफॉर्म खुद को "फ्री स्पीच का ग्लोबल मंच" बताने की कोशिश कर रहा है.
एलन मस्क का अधिग्रहण
27 अक्टूबर 2022 को एलन मस्क ने ट्विटर का अधिग्रहण कर उसे X के रूप में रीब्रांड किया था. इस 44 बिलियन डॉलर की डील के तुरंत बाद उन्होंने तत्कालीन सीईओ पराग अग्रवाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया था.
2023 में NBCUniversal से आईं लिंडा याकारिनो को X की नई CEO नियुक्त किया गया, जिनसे कंपनी को विज्ञापन और ब्रांडिंग के मोर्चे पर पुनर्गठन की उम्मीद थी. हालांकि, तकनीकी विफलताएं और कंटेंट मॉडरेशन को लेकर विवादों ने कंपनी की साख को नुकसान पहुंचाया है.
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