दिल्ली के सीलमपुर इलाके में 17 साल के किशोर कुणाल की हत्या ने राजधानी की कानून-व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. गुरुवार शाम जब कुणाल दूध लेने घर से निकला, तभी उसे चाकू से गोदकर मौत के घाट उतार दिया गया. इस दर्दनाक वारदात के बाद से इलाके में भारी तनाव बना हुआ है.
जिकरा समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए 'लेडी डॉन' के नाम से पहचानी जा रही जिकरा समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया था. पूछताछ के बाद जिकरा को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि, दो मुख्य आरोपी अब भी फरार हैं और उनकी तलाश के लिए पुलिस की कई टीमें अलग-अलग जगहों पर दबिश दे रही हैं.
हत्या के बाद से स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा देखा गया. प्रदर्शनकारियों ने इलाके में जाम लगा दिया और आरोप लगाया कि हिंदू समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है. कुछ लोगों ने तो इलाके से पलायन की भी बात कही है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात को नियंत्रण में लिया और प्रदर्शन खत्म करवाया.
इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आश्वासन दिया कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि उन्होंने स्वयं पुलिस कमिश्नर से बात की है और जल्द ही सभी आरोपी सलाखों के पीछे होंगे.
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी इस हत्या को "बेहद गंभीर" बताया और कहा कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर लिया है और आरोपियों की पहचान कर ली गई है.
भाजपा विधायक रविंदर सिंह नेगी ने बताया कि पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई गई है और इलाके में सांप्रदायिक तनाव को कम करने के लिए पोस्टर और भड़काऊ सामग्री हटवाई गई है. उन्होंने यह भी कहा कि "जरूरत पड़ी तो हम 'योगी मॉडल' लागू करेंगे."
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