मॉस्को/कीव: यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे संघर्ष ने एक बार फिर तीव्र रूप ले लिया है. रूस ने 6 जून की रात को यूक्रेन के प्रमुख शहरों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिनमें राजधानी कीव, ल्विव, टेरनोपिल, और खमेलनित्सकी जैसे इलाके गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं. यह हमला यूक्रेनी ऑपरेशन "स्पाइडर वेब" के प्रतिशोध स्वरूप किया गया माना जा रहा है, जिसमें रूसी वायुसेना के कई बेस निशाना बने थे.
ऑपरेशन 'स्पाइडर वेब' की पृष्ठभूमि
यूक्रेन ने हाल ही में रूस के अंदर गहरे हमले कर टीयू-95 बमवर्षकों और उनके बेस को गंभीर नुकसान पहुंचाया था. इन हमलों ने रूस की सामरिक वायुशक्ति को एक झटका दिया. विशेषज्ञों के अनुसार, यूक्रेन के इस हमले को उसकी गहराई में जाकर की गई अब तक की सबसे साहसी सैन्य कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है.
इसके जवाब में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन वार्ता के दौरान "निर्णायक प्रतिक्रिया" का संकेत दिया था, जो अब मूर्त रूप लेती दिखाई दे रही है.
रूसी हमले की प्रकृति और प्रभाव
रूसी रक्षा बलों ने कथित रूप से बैलिस्टिक मिसाइलों और ईरान निर्मित शाहेद ड्रोन का उपयोग कर यूक्रेन के भीतर गहरे लक्ष्यों को निशाना बनाया. यूक्रेनी वायु सेना के अनुसार, कई टीयू-95 बमवर्षक विमानों ने हवाई कार्रवाई में भाग लिया.
कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों में शरण लें. राहत और बचाव दल अब भी कई स्थानों पर कार्यरत हैं.
यूक्रेन की प्रतिक्रिया और सुरक्षा उपाय
यूक्रेनी अधिकारियों ने राष्ट्रीय स्तर पर एयर अलर्ट जारी कर दिया है. वायु रक्षा प्रणालियों को पूरी तरह सक्रिय किया गया है और संभावित मिसाइल लॉन्चिंग को ट्रैक किया जा रहा है.
दमित्रो ब्रायजिन्स्की, चेर्निहाइव क्षेत्र के सैन्य प्रशासन प्रमुख ने बताया कि शाहेद ड्रोन द्वारा अपार्टमेंट के पास विस्फोट से शहर में व्यापक नुकसान हुआ है. खिड़कियां- दरवाजे टूटे हैं और कई नागरिक घायल हुए हैं.
सैन्य संतुलन और रणनीतिक निहितार्थ
विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के जवाबी हमलों से यह स्पष्ट होता है कि दोनों देशों के बीच अब संघर्ष सीमित मोर्चों से आगे बढ़कर गहरे रणनीतिक ठिकानों और शहरी आबादी वाले क्षेत्रों तक फैल चुका है.
यूक्रेन जहां हाई-टेक ड्रोन तकनीक और गहरे टारगेटिंग मिशन के जरिए रूस को दबाव में लाने की रणनीति अपना रहा है, वहीं रूस सघन मिसाइल और ड्रोन हमलों के माध्यम से यूक्रेनी अवसंरचना और मनोबल को चोट पहुंचाने की कोशिश कर रहा है.
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और संभावित असर
यह ताज़ा हमला ऐसे समय हुआ है जब अमेरिका और यूरोप में रूस-यूक्रेन संघर्ष को लेकर नई रणनीतियाँ बन रही हैं. वैश्विक स्तर पर न सिर्फ मानवीय संकट की आशंका फिर गहराई है, बल्कि इन हमलों का असर ईंधन, खाद्य आपूर्ति और सैन्य सहयोग पर भी दिखाई दे सकता है.
संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं दोनों पक्षों से संयम और कूटनीतिक संवाद की अपील कर रही हैं, लेकिन मौजूदा घटनाक्रम से लगता है कि लड़ाई फिलहाल और तेज़ होने की ओर बढ़ रही है.
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