कीव: यूक्रेन पर रूस का हालिया हमला अब तक के सबसे भीषण हवाई अभियानों में से एक बन गया है. ठीक उसी समय जब दुनिया की निगाहें अमेरिका की मध्यस्थता में संभावित शांति वार्ता पर टिकी थीं, रूस ने यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों पर अभूतपूर्व सैन्य कार्रवाई करते हुए 574 ड्रोन और 40 मिसाइलें दागीं. हमले की भयावहता ने यूरोपीय देशों में चिंता की लहर दौड़ा दी है.
कीव और लवीव में मचा कोहराम
रूसी सेना ने यूक्रेन की राजधानी कीव और पश्चिमी शहर लवीव समेत देश के कई हिस्सों को निशाना बनाया. यूक्रेनी प्रशासन के अनुसार, लवीव पर हुए हमलों में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कम से कम 15 लोग गंभीर रूप से घायल हुए. इसके अलावा दर्जनों इमारतें, बिजली सप्लाई ग्रिड और नागरिक सुविधाएं भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुईं.
दक्षिण-पश्चिमी यूक्रेन भी आया निशाने पर
रूसी ड्रोन और मिसाइल हमलों की चपेट में ट्रांसकारपाथिया का इलाका भी आ गया, जो यूक्रेन के सुदूर दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है और अब तक अपेक्षाकृत शांत था. यह पहला मौका है जब रूस ने युद्ध की लपटें उस इलाके तक पहुंचाई हैं, जहां आमतौर पर सैन्य तनाव कम रहता है.
वार्ता की कोशिशें और रूस की आक्रामकता
यह हमला ऐसे समय में हुआ जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शांति वार्ता को लेकर सक्रिय हैं. उन्होंने यूक्रेन और रूस के बीच मध्यस्थता की पेशकश करते हुए, बातचीत के लिए न्यूट्रल लोकेशन की तलाश शुरू की थी.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने भी इस पर सहमति जताई और स्पष्ट किया कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए तैयार हैं. संभावित स्थलों के तौर पर स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया, और तुर्की के इस्तांबुल को चिन्हित किया गया है.
ट्रंप की भूमिका पर उठे सवाल
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अलास्का में पुतिन से मुलाकात की थी, जिसके बाद व्हाइट हाउस में ज़ेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं की मेजबानी की गई. शुरुआती संकेतों में ट्रंप ने खुद त्रिपक्षीय वार्ता में शामिल होने की बात कही थी, लेकिन बाद में उन्होंने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर ही वह खुद बैठक में शामिल होंगे. उनके अनुसार, “अगर मेरी जरूरत नहीं है, तो बेहतर होगा कि वे मेरे बिना ही मिलें.”
यूक्रेनी वायु सेना की जवाबी कार्रवाई
यूक्रेन की वायु सेना ने दावा किया कि उसने रूस के कुल 614 ड्रोन और मिसाइलों में से 577 ड्रोन को मार गिराया, जिससे यह युद्धकाल का एक महत्वपूर्ण डिफेंस ऑपरेशन बन गया. फिर भी, इतनी बड़ी संख्या में ड्रोन और मिसाइलों को रोकने के बावजूद, देश के कई हिस्सों में बुनियादी ढांचे को नुकसान हुआ है.
यूक्रेन के पूर्वी और पश्चिमी छोर पर एक साथ हमला
अब तक रूस की रणनीति मुख्यतः यूक्रेन के पूर्वी हिस्सों को निशाना बनाने की रही है, जहां डोनबास क्षेत्र में लड़ाई लंबे समय से चल रही है. लेकिन इस बार के हमले ने इस रणनीति को और व्यापक बना दिया है. पहली बार रूस ने पूर्वी और पश्चिमी दोनों इलाकों को एक साथ निशाना बनाया, जिससे यह हमले अब तक के सबसे व्यापक और रणनीतिक रूप से जटिल माने जा रहे हैं.
युद्ध को खत्म करने की जरूरत पहले से अधिक
यूक्रेनी विदेश मंत्री एंड्री सिबिहा ने इन हमलों को शांति वार्ता की महत्ता का प्रमाण बताया. उन्होंने कहा, “ये हमले दिखाते हैं कि युद्ध को अब रोका जाना कितना जरूरी हो गया है. जितना हम देरी करेंगे, उतना ही आम नागरिकों की जान को खतरा रहेगा.”
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