Russia and Ukraine: रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर एक बड़ी सैन्य कार्रवाई की है, जिसके बाद शहर में तबाही का मंजर देखा गया. मॉस्को पर लगातार हो रहे ड्रोन हमलों के बाद रूस ने यूक्रेन से अपनी नफरत का बदला लेते हुए कीव पर 400 से अधिक ड्रोन और घातक मिसाइलों से हमला किया. इसमें किंझल जैसी हाइपरसोनिक मिसाइलों का भी इस्तेमाल किया गया. रूस की सेना ने कीव के बम शेल्टर्स को भी निशाना बनाते हुए पूरी राजधानी में तबाही मचाने की कोशिश की. अब रूस का नया लक्ष्य यूक्रेन के सैनिकों की संख्या में कमी बनाए रखना है, जिसके लिए वह यूक्रेनी सेना के प्रशिक्षण केंद्रों को निशाना बना रहा है.
यूक्रेन के लिए हर एक सेकंड अब बेहद महत्वपूर्ण हो चुका था. कीव में लोग किसी तरह सुरक्षा के लिए अंडरग्राउंड बंकरों और मेट्रो स्टेशनों तक पहुंचे. रूस ने राजधानी का बदला राजधानी से ही लिया. रूस का हमला 10 धमाकों से एक हमले का प्रतिकार कर रहा था, जिससे पूरे शहर में डर और हंगामा मच गया. जब मॉस्को पर ड्रोन हमले हो रहे थे, तो रूस ने अपनी सेना की पूरी ताकत लगाते हुए कीव को तबाह करने की कोशिश की.
कीव में मिसाइलों और ड्रोन की बरसात
रूस ने राजधानी पर भारी संख्या में ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया. एक ओर जहां कीव में लोग बचने के लिए地下 रेलवे स्टेशनों में शरण ले रहे थे, वहीं रूस के ड्रोन ने इन स्थानों के एंट्री प्वाइंट्स को भी निशाना बना लिया. इस दौरान मेट्रो स्टेशन में धुंआ भरने के कारण लोग सांस नहीं ले पा रहे थे और उनकी स्थिति अत्यंत मुश्किल हो गई थी. रूस ने कीव के रिहायशी इलाकों, डिफेंस प्लांट और झुलियानी एयरबेस को भी निशाना बनाया.
किंझल और गेरान-2 मिसाइलों का उपयोग
कीव में तबाही का मुख्य कारण रूस के अत्याधुनिक हथियार थे, जिनमें किंझल हाइपरसोनिक मिसाइलों और गेरान-2 ड्रोन का प्रमुख स्थान था. रूस ने कुल 426 ड्रोन से कीव के विभिन्न इलाकों में बमबारी की और 4 कैलिबर मिसाइलों से हमला किया. इसके साथ ही एक इस्कंदर मिसाइल और 14 KH-101 मिसाइलों का भी इस्तेमाल किया गया, जिससे पूरी कीव को दहलाने की कोशिश की गई.
शेल्टर और मेट्रो स्टेशनों को निशाना बनाना
रूस ने इस बार खासतौर पर उन स्थानों को निशाना बनाने की कोशिश की जहां लोग बम से बचने के लिए शरण लेते थे. रिपोर्ट्स के अनुसार, रूस ने कीव के कई मेट्रो स्टेशनों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया, ताकि शरण स्थलों को नष्ट किया जा सके. रूस का यह कदम स्पष्ट रूप से शरण स्थलों को खत्म करने की योजना का हिस्सा था, ताकि यूक्रेनी नागरिकों के पास कोई सुरक्षित जगह न हो.
रूस के नए रणनीतिक कदम: यूक्रेनी सेना के प्रशिक्षण केंद्रों को निशाना बनाना
रूस ने अब यूक्रेनी सैनिकों की संख्या में कमी बनाए रखने के लिए एक नया प्लान तैयार किया है. अब वह यूक्रेन के सैनिकों के प्रशिक्षण केंद्रों को निशाना बना रहा है, ताकि नए सैनिकों की भर्ती रुक जाए और यूक्रेनी सेना की ताकत कमजोर हो. रूस की यह रणनीति साफ दर्शाती है कि वह यूक्रेन में लंबे समय तक संघर्ष को जारी रखना चाहता है, और इस उद्देश्य के लिए वह न केवल सैन्य ठिकानों बल्कि प्रशिक्षण केंद्रों पर भी हमला कर रहा है.
रूस की तैयारियों का असर और यूक्रेनी प्रतिक्रिया
इस हमले के बाद यूक्रेन की सेना लगातार अपनी सुरक्षा योजनाओं को मजबूत कर रही है, जबकि रूस की सेना अब तक कीव और अन्य शहरों में घातक हमलों के लिए तैयारी कर रही है. रूस के इस ताजा हमले का उद्देश्य यूक्रेन के मनोबल को तोड़ना है और उसे युद्ध में कमजोर करना है. यूक्रेनी सेना ने अपनी जवाबी कार्रवाई में रूस के सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाते हुए नए ड्रोन हमले शुरू कर दिए हैं.
सैन्य ठिकानों से हथियारों की आपूर्ति रोकना
रूस के एक अन्य कदम के तहत, यूक्रेनी मीडिया के मुताबिक, रूस ने रोस्तोव के एक रेलवे स्टेशन को निशाना बनाना शुरू कर दिया है, जहां से सैन्य आपूर्ति हो रही थी. रूस अब शाहेद ड्रोन को अमेरिकी पिकअप ट्रकों से लॉन्च कर रहा है, जिससे उसकी हमले की क्षमता और बढ़ गई है. इन ट्रकों से ड्रोन को तेज गति से लॉन्च किया जाता है, जिससे उन्हें लक्ष्य तक पहुंचाने में और मदद मिलती है.
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