दिल्लीवासियों का सबसे बड़ा दुश्मन कौन? अब आर या पार के मूड में है रेखा गुप्ता सरकार, जानिए पूरी योजना

    दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने प्रदूषण पर हमले का प्लान बना लिया है.

    Rekha Gupta govt plan of attack on pollution
    रेखा गुप्ता | Photo: ANI

    दिल्ली की जनता को जल्द ही राहत मिलने वाली है, खासकर उस समस्या से जो हर साल सर्दियों में शहर को दम घोंटने पर मजबूर कर देती है—वायु प्रदूषण. राजधानी में नई सरकार के गठन के बाद, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में प्रशासन ने प्रदूषण पर नियंत्रण और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता देने का संकल्प लिया है. दिल्ली के परिवहन और स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने इस दिशा में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं, जो आने वाले दिनों में राजधानी की जीवनशैली को बेहतर बना सकती हैं.

    2024 के अंत तक दिल्ली में दौड़ेंगी 4000 इलेक्ट्रिक बसें

    राजधानी में वाहनों से होने वाला वायु प्रदूषण हमेशा एक बड़ी चिंता का विषय रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए पंकज सिंह ने ऐलान किया कि दिल्ली परिवहन निगम (DTC) के बेड़े में इस साल के अंत तक 4000 इलेक्ट्रिक बसें जोड़ी जाएंगी. मंत्री का कहना है कि पुरानी सीएनजी बसों को चरणबद्ध तरीके से इलेक्ट्रिक बसों से बदला जाएगा. इससे ना केवल प्रदूषण में गिरावट आएगी बल्कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में बेहतर कनेक्टिविटी भी सुनिश्चित होगी.

    ई-वाहनों को मिलेगी प्राथमिकता

    सरकार का उद्देश्य न सिर्फ सार्वजनिक परिवहन को हरित बनाना है, बल्कि इसे जनता के लिए सुविधाजनक और विश्वसनीय बनाना भी है. पंकज सिंह के अनुसार, इलेक्ट्रिक बसों की बढ़ती संख्या लोगों को निजी वाहनों की बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करेगी, जिससे दिल्ली की हवा में राहत मिल सकेगी.

    स्वास्थ्य योजनाओं पर विशेष ध्यान

    परिवहन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग में भी दिल्ली सरकार ने सक्रियता दिखाई है. पंकज सिंह ने कहा कि उनकी सरकार ने पहले 100 दिनों में कई स्वास्थ्य योजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाई है. उन्होंने खासतौर पर ‘प्रधानमंत्री वय वंदना योजना’ और ‘आयुष्मान भारत योजना’ का जिक्र किया, जो पहले की सरकार द्वारा ठप कर दी गई थीं. उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने इन योजनाओं को दोबारा सक्रिय किया और 2.31 लाख से अधिक लाभार्थियों को स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किए.

    केजरीवाल सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

    मंत्री पंकज सिंह ने आम आदमी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार पर तीखे आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने योजनाओं के प्रचार-प्रसार में तो खूब ध्यान दिया, लेकिन धरातल पर कोई ठोस काम नहीं किया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्वास्थ्य सुविधाओं, दवा आपूर्ति, अस्पताल प्रशासन, जल आपूर्ति, और यमुना की सफाई जैसे जरूरी क्षेत्रों में भारी लापरवाही और अनियमितताएं बरती गईं. उनका कहना था कि उनकी सरकार अब इन गड़बड़ियों को सुधारने में जुटी है.

    डायबिटीज के लिए नई ‘योग-प्लस’ योजना

    मधुमेह यानी डायबिटीज से देशभर में करोड़ों लोग पीड़ित हैं और दिल्ली भी इससे अछूती नहीं है. इस चुनौती से निपटने के लिए पंकज सिंह ने ‘योग के साथ मधुमेह-प्लस’ नामक एक नई पहल की घोषणा की है. इस योजना के तहत योग और जीवनशैली में सुधार के ज़रिए डायबिटीज के प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. जल्द ही इसके विस्तृत प्रारूप को सार्वजनिक किया जाएगा.

    निशुल्क डायलिसिस केंद्रों का सुचारू संचालन प्राथमिकता

    स्वास्थ्य विभाग अब उन बुनियादी आवश्यकताओं पर ध्यान दे रहा है जो लंबे समय से उपेक्षित रही हैं. इनमें प्रमुख है—निशुल्क डायलिसिस सेवा. मंत्री ने बताया कि सरकार इन केंद्रों के संचालन को और अधिक सुगम बनाने की दिशा में काम कर रही है ताकि आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को समय पर और बेहतर इलाज मिल सके.

    नई सरकार के 100 दिन—जवाबदेही और क्रियान्वयन का दावा

    पंकज सिंह ने अपनी सरकार के पहले 100 दिनों को जनता के लिए ‘परिणाम देने वाले दिन’ बताया. उन्होंने कहा कि अब बातों से नहीं, काम से सरकार की पहचान बनेगी. उन्होंने साफ किया कि सरकार केवल नीतियों की घोषणा नहीं कर रही, बल्कि उन पर अमल कर रही है, और जनता को समयबद्ध तरीके से लाभ पहुंचाने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं.

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