लखनऊ: भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. डीजीपी प्रशांत कुमार ने राज्य भर में रेड अलर्ट की घोषणा करते हुए सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि वे सैन्य और वायुसेना अधिकारियों के साथ समन्वय कर रणनीतिक और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा कड़ी करें.
इस घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ पुलिस लाइन में सुरक्षा बलों को संबोधित करते हुए एक भावुक और सशक्त संदेश दिया.
बहनों का सिंदूर उजाड़ने वालों को जवाब
मुख्यमंत्री ने कहा, "जिन्होंने भारत की बेटियों की मांग उजाड़ने की साजिश की, उन्हें अपना पूरा खानदान गंवाना पड़ा है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, यह माताओं-बहनों के प्रति देश और सरकार की संवेदना और प्रतिबद्धता का प्रतीक है."
रिजर्व पुलिस लाइन्स, लखनऊ में आयोजित मॉक ड्रिल... https://t.co/EkyXWo1EAX
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 7, 2025
सीएम योगी ने इस अवसर पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि भारत की सेनाएं आज न केवल दुश्मन को जवाब दे रही हैं, बल्कि दुनिया को अपनी सैन्य ताकत और मानवीय मूल्यों का संदेश भी दे रही हैं.
धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा कड़ी
डीजीपी कार्यालय से जारी निर्देशों के बाद यूपी के वाराणसी, मथुरा, अयोध्या, बरेली, लखनऊ और कानपुर जैसे संवेदनशील जिलों में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है.
काशी विश्वनाथ मंदिर, अयोध्या राम जन्मभूमि परिसर, लखनऊ विधानसभा, कानपुर रेलवे स्टेशन और वाराणसी एयरपोर्ट पर विशेष सुरक्षा बल, डॉग स्क्वॉड और बम डिस्पोजल यूनिट्स तैनात की गई हैं.
रेलवे स्टेशनों और प्रमुख मार्गों पर वाहनों की चेकिंग, मेटल डिटेक्टर स्कैनिंग और ड्रोन सर्विलांस भी शुरू कर दिया गया है.
इलाज अभी बाकी है- तौकीर रजा
बरेली में आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने पाकिस्तान की ओर से हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा, "ये स्ट्राइक सिर्फ मरहम है, इलाज अभी बाकी है. पाकिस्तान और पीओके को भारत में मिलाना ही स्थायी समाधान है."
रेड अलर्ट की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
राज्य में दशकों बाद रेड अलर्ट घोषित किया गया है. पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह के अनुसार: "1971 के युद्ध के बाद यह पहला मौका है जब रेड अलर्ट घोषित हुआ है."
पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने भी पुष्टि की कि 2010 में अयोध्या विवाद के फैसले के दौरान व्यापक सुरक्षा व्यवस्था जरूर की गई थी, लेकिन तब रेड अलर्ट जैसी कोई स्थिति घोषित नहीं की गई थी.
रेड अलर्ट एक संवेदनशील चेतावनी प्रणाली है, जिसका प्रयोग उन परिस्थितियों में किया जाता है जब आतंकी हमला, सैन्य संघर्ष या सार्वजनिक सुरक्षा को गंभीर खतरा हो. यह आम जनता को सतर्क रहने और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने की सलाह देता है.
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