लंदन: ब्रिटेन में फिलिस्तीन समर्थक संगठन फिलिस्तीन एक्शन को आतंकवादी संगठन घोषित किए जाने के विरोध में शनिवार को राजधानी लंदन समेत कई शहरों में हुए प्रदर्शनों में 42 लोगों को हिरासत में लिया गया. मेट्रोपॉलिटन पुलिस के मुताबिक, ये गिरफ्तारियां मुख्य रूप से प्रतिबंधित संगठन का सार्वजनिक समर्थन करने, उसके प्रतीक चिह्न दिखाने और नारे लगाने के आरोप में की गईं. गिरफ्तार किए गए लोगों में से 41 प्रदर्शनकारियों पर आतंकवाद निरोधक कानून के तहत कार्रवाई की गई है, जबकि एक व्यक्ति को साधारण मारपीट के आरोप में पकड़ा गया है.
लगातार दूसरे हफ्ते प्रदर्शन
यह प्रदर्शन लगातार दूसरा सप्ताह है जब फिलिस्तीन एक्शन के समर्थन में लोग सड़कों पर उतरे. सरकार द्वारा इस संगठन को आतंकी सूची में डालने के बाद अब इसका कोई भी सार्वजनिक समर्थन गंभीर अपराध माना जाता है. प्रदर्शनकारियों ने लंदन के पार्लियामेंट स्क्वायर में इकट्ठा होकर महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला की मूर्तियों के नीचे विरोध दर्ज किया. उनके हाथों में “मैं नरसंहार का विरोध करता हूं, मैं फिलिस्तीन एक्शन का समर्थन करता हूं” जैसे संदेश लिखे तख्तियां थीं. प्रदर्शन को कवर कर रहे मीडिया और पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया था.
HAPPENING NOW: Elderly man arrested by police for holding sign which read "I oppose genocide. I support Palestine Action"
— ashok | ಅಶೋಕ್ 🇵🇸 (@broseph_stalin) July 12, 2025
46 arrested in total in London, more arrests happening now in Manchester and Cardiff pic.twitter.com/DOVtrbExB1
प्रदर्शनकारियों की तलाशी, साइन और सामग्री जब्त
पुलिस के मुताबिक, कई प्रदर्शनकारी जमीन पर लेटकर प्रदर्शन कर रहे थे, जिन्हें बाद में उठाकर पुलिस वैन में ले जाया गया. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उनके बैग्स की तलाशी ली और उनके पास मौजूद साइन, बैनर और अन्य सामग्री को जब्त कर लिया. सिर्फ लंदन ही नहीं, बल्कि मैनचेस्टर, कार्डिफ, और उत्तरी आयरलैंड के लंदनडेरी में भी फिलिस्तीन एक्शन के पक्ष में प्रदर्शन हुए. गौरतलब है कि ब्रिटेन की सरकार ने आतंकवाद निरोधक कानून 2000 के तहत इस समूह को प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया है. अब इस संगठन की सदस्यता लेना, या किसी भी रूप में उसका समर्थन करना 14 साल तक की जेल के दायरे में आता है.
रॉयल एयरफोर्स बेस पर हुई थी तोड़फोड़
फिलिस्तीन एक्शन पर यह सख्त कार्रवाई तब शुरू हुई जब 20 जून को इस संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने ऑक्सफोर्डशायर के ब्रिज नॉर्टन स्थित रॉयल एयरफोर्स बेस में घुसकर दो सैन्य विमानों को लाल रंग से पोतने और हथौड़ों से नुकसान पहुंचाने की घटना को अंजाम दिया था. यह हमला ब्रिटेन की उस नीति के विरोध में किया गया था जिसमें सरकार ने इज़राइल को गाजा युद्ध में सैन्य समर्थन देने का निर्णय लिया है. पुलिस का कहना है कि इस एक घटना से करीब 70 लाख पाउंड (लगभग 94 लाख डॉलर) का नुकसान हुआ है.
इस मामले में 22 से 35 वर्ष की उम्र के चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ आपराधिक क्षति पहुंचाने और प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध घुसपैठ की साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया है. इन चारों आरोपियों को 18 जुलाई को सेंट्रल क्रिमिनल कोर्ट में पेश किया जाएगा.
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