बिहार के बेगूसराय जिले में गंगा नदी पर बने बहुप्रतीक्षित औंटा-सिमरिया 6 लेन ब्रिज का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भव्य समारोह के साथ किया. इस ऐतिहासिक क्षण में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह समेत डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी भी उनके साथ मौजूद रहे. उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री ने पुल पर पैदल चलकर स्थानीय जनता का अभिवादन किया. उन्होंने गले से गमछा निकालकर हवा में लहराया और उपस्थित जनसमूह का हाथ जोड़कर अभिवादन किया.
औंटा-सिमरिया ब्रिज न सिर्फ बेगूसराय और उसके आस-पास के क्षेत्रों को जोड़ता है, बल्कि यह राज्य के संपूर्ण बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है. 6 लेन वाला यह पुल गंगा नदी पर बन रहे सबसे अत्याधुनिक पुलों में से एक है. इससे आवागमन तेज होगा, औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को नई ऊर्जा मिलेगी और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे.
#WATCH | बेगुसराय, बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने औंटा-सिमरिया पुल परियोजना का उद्घाटन किया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 22, 2025
इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे।
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पुल के उद्घाटन के दौरान घाटों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. सैकड़ों की संख्या में लोग घाटों पर एकत्रित होकर प्रधानमंत्री की एक झलक पाने को उत्सुक दिखे. प्रधानमंत्री करीब 37 मिनट तक पुल पर रुके और आम जनता से सीधे जुड़ाव बनाते नजर आए.
गयाजी में ₹13,000 करोड़ की योजनाओं का शुभारंभ
बेगूसराय से पहले प्रधानमंत्री ने गया जिले के गयाजी में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया और करीब 13,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की. मगध विश्वविद्यालय के प्रांगण में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने करीब 34 मिनट का भाषण दिया, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं, उपलब्धियों और विकास के कार्यों का जिक्र किया.
उन्होंने कांग्रेस और राजद पर जमकर हमला बोला और कहा कि उनकी सरकार देश की सुरक्षा और गरीबों के हक की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. प्रधानमंत्री ने दो टूक कहा, "घुसपैठियों को देश से बाहर निकालना ही होगा. वे हमारे नागरिकों के हक पर डाका नहीं डाल सकते."
अब जेल से सरकार नहीं चलेगी- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में राजनीतिक जवाबदेही की बात करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने ऐसा कानून लाया है, जिसके अंतर्गत अगर किसी जनप्रतिनिधि को गिरफ्तारी होती है, तो उसे अपने पद से हटना पड़ेगा चाहे वह प्रधानमंत्री ही क्यों न हो.
#WATCH | बेगुसराय, बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेगुसराय में अपने रोड शो के दौरान लोगों का अभिवादन किया।
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उन्होंने कहा, "एक वक्त था जब लोग जेल में बैठकर फैसले लेते थे. हमने व्यवस्था को पारदर्शी बनाया है. अब कोई भी कानून से ऊपर नहीं होगा."
बिहार में अब अंधेरे की नहीं, उजाले की सरकार है: प्रधानमंत्री
अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने बिहार के पुराने दौर की याद दिलाई और कहा कि पहले यहां शाम होते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता था. लोगों को डर के साए में जीना पड़ता था. उन्होंने कहा, "गयाजी जैसे पवित्र स्थल भी अंधेरे में डूबे रहते थे. लालटेन राज ने न तो रोजगार दिया और न ही शिक्षा का अधिकार. हमने बिहार की नई पीढ़ी को अवसर और सम्मान देने का काम किया है."
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी साझा की विकास की यात्रा
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मंच से लोगों को संबोधित किया और बताया कि कैसे बिहार ने पिछले दो दशकों में विकास की रफ्तार पकड़ी है.
नीतीश कुमार ने कहा, "आज का बिहार पहले जैसा नहीं रहा. हमने हर वर्ग के लिए काम किया है, चाहे वह महिलाएं हों, मुस्लिम समाज हो या युवा. पहले तो लोग ठीक से कपड़े भी नहीं पहन पाते थे. आज बिहार में सम्मान और आत्मविश्वास के साथ लोग जीवन जी रहे हैं."
पेंशन योजना और मुफ्त बिजली की सौगात
मुख्यमंत्री ने सामाजिक योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि पहले विधवा पेंशन के तहत 400 रुपए मिलते थे, जिसे अब बढ़ाकर 1100 रुपए कर दिया गया है. साथ ही 2011 में ही राज्य के हर घर में बिजली पहुंचा दी गई थी और अब राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि "बिहार में लोगों को बिजली मुफ्त दी जाएगी."
10 लाख नहीं, अब 1 करोड़ रोजगार की तैयारी: नीतीश कुमार
राज्य में रोजगार को लेकर भी मुख्यमंत्री ने बड़ा ऐलान किया. उन्होंने बताया कि 2020 में सरकार ने 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का वादा किया था. उन्होंने कहा कि उस लक्ष्य को पार करते हुए अब तक 39 लाख रोजगार के अवसर दिए जा चुके हैं.
अब सरकार का लक्ष्य है कि 2025 से 2030 के बीच 1 करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार प्रदान किया जाएगा.
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