अमेरिका में मिले 'एलियंस के अंडे'; देखते ही मच गया हड़कंप, लोग बोले - कुछ बुरा होने वाला है

    फ्लोरिडा से एक बेहद विचित्र और डरावनी खबर सामने आई है, जिसने लोगों को हैरान कर दिया है. हाल ही में पानी के स्रोतों और चट्टानों के किनारे रहस्यमयी गुलाबी रंग के अंडे दिखाई दिए हैं. ये अंडे इतने अजीब और डरावने दिखते हैं कि स्थानीय लोग इन्हें एलियन के अंडे समझने लगे हैं और इसे किसी अशुभ संकेत के रूप में देख रहे हैं.

    Pink colored alien eggs found in Florida People are terrified
    Image Source: Social Media

    अमेरिका के फ्लोरिडा से एक बेहद विचित्र और डरावनी खबर सामने आई है, जिसने लोगों को हैरान कर दिया है. हाल ही में पानी के स्रोतों और चट्टानों के किनारे रहस्यमयी गुलाबी रंग के अंडे दिखाई दिए हैं. ये अंडे इतने अजीब और डरावने दिखते हैं कि स्थानीय लोग इन्हें एलियन के अंडे समझने लगे हैं और इसे किसी अशुभ संकेत के रूप में देख रहे हैं. लेकिन यह क्या है? क्या ये सच में कोई एलियन आक्रमण का हिस्सा हैं या फिर यह एक गंभीर पर्यावरणीय संकट का संकेत है?

    ये हैं एपल घोंघे के अंडे

    फ्लोरिडा मछली और वन्यजीव संरक्षण आयोग (FWC) ने इस रहस्यमयी अंडे के बारे में अपनी चिंता जताई है. अधिकारियों ने इन्हें "एपल घोंघे" (Apple Snail) के अंडे के रूप में पहचाना है, जो एक बेहद खतरनाक विदेशी प्रजाति है. यह घोंघा न सिर्फ जलीय जीवन के लिए, बल्कि पूरे पारिस्थितिकी तंत्र के लिए खतरे की घंटी है. यह स्थिति इस वजह से भी चिंताजनक है कि इन घोंघों के अंडे तेज़ी से फैल सकते हैं और प्राकृतिक पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

    खतरनाक एपल घोंघे का प्रभाव

    फ्लोरिडा में एपल घोंघे की चार अलग-अलग किस्में पाई जाती हैं, जिनमें से चैनल्ड एपल घोंघा (Channeled Apple Snail) सबसे खतरनाक माना जाता है. इन घोंघों के बारे में एफडब्ल्यूसी ने कहा, "पिछले दशक में इन घोंघों ने आर्द्रभूमि फसलों को नुकसान पहुंचाने की क्षमता के कारण ध्यान आकर्षित किया है." यह घोंघा जलीय पौधों, फल, सब्जियों, शैवाल, जानवरों के अवशेष और यहां तक कि दूसरे घोंघों के अंडे तक खा जाता है, जिससे स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को भारी नुकसान होता है.

    देशी और विदेशी घोंघों के अंडों में फर्क

    एफडब्ल्यूसी ने एक अहम चेतावनी जारी की है कि स्थानीय लोग इन अंडों को देखकर घबराएं नहीं. फ्लोरिडा में एपल घोंघे की एक देशी प्रजाति भी है, जिनके अंडे विदेशी घोंघों से अलग दिखते हैं. देशी अंडे सफेद रंग के होते हैं, जबकि विदेशी एपल घोंघे के अंडे गुलाबी होते हैं. अधिकारियों का कहना है कि स्थानीय प्रजातियों के अंडों से छेड़छाड़ न करें, ताकि इन्हें अनजाने में नुकसान न पहुंचे और विदेशी घोंघों के प्रसार को रोका जा सके.

    न्यूरोटॉक्सिन और खतरनाक परजीवी का खतरा

    गुलाबी रंग के इन अंडों में एक न्यूरोटॉक्सिन होता है, जिससे इंसानों के लिए यह बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं. इसके अलावा, ये अंडे रैट लंग वर्म परजीवी (Rat Lung Worm Parasite) भी ले जा सकते हैं, जो इंसानों में गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. खासकर बच्चों और पालतू जानवरों वाले घरों में यह खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है. अधिकारियों ने साफ तौर पर कहा है कि इन अंडों को कभी भी छूने या कच्चा खाने की गलती न करें.

    क्या है घोंघे के फैलने का कारण?

    एफडब्ल्यूसी के अनुसार, इन विदेशी एपल घोंघों के फैलने का मुख्य कारण अवैध रूप से छोड़े गए पालतू जानवर हो सकते हैं. जब लोग इन घोंघों को पालतू जानवर के तौर पर रखते हैं और बाद में उन्हें नदियों या जलाशयों में छोड़ देते हैं, तो यह प्रजाति तेज़ी से फैलने लगती है और पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंचाती है.

    क्या करें स्थानीय लोग?

    स्थानीय लोगों से आग्रह किया गया है कि वे इन अंडों को देखकर घबराएं नहीं, लेकिन इन पर नजर रखें. किसी भी नए अंडे के गुच्छे की पहचान होने पर तुरंत एफडब्ल्यूसी को सूचित करें. इसके साथ ही, किसी भी जल स्रोत के पास जाएं तो इन अंडों को छूने से बचें और अपने बच्चों और पालतू जानवरों को भी इस खतरे से सुरक्षित रखें.

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