आजकल स्मार्टफोन का इस्तेमाल हर किसी के जीवन का अहम हिस्सा बन गया है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह लत हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को किस हद तक प्रभावित कर रही है? दुनियाभर में स्मार्टफोन की लत बढ़ती जा रही है, और इसका असर हमारे जीवन पर बेहद नकारात्मक पड़ रहा है. हाल ही में हुए एक सर्वे और गूगल पर की गई सर्च से यह स्पष्ट हो गया है कि फोन एडिक्शन एक गंभीर समस्या बन चुकी है.
फोन एडिक्शन की तरफ बढ़ते लोग
गूगल पर फोन एडिक्शन से जुड़ी सर्च में पिछले कुछ समय में 461 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है. वहीं, फोन की लत से जुड़ी समस्याओं को लेकर की जाने वाली सर्च में पिछले एक महीने में 200 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. यह आंकड़े इस बात की ओर इशारा करते हैं कि लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं और इसके कारण उत्पन्न हो रही समस्याओं के बारे में अधिक जानने की कोशिश कर रहे हैं.
जेन-जी यूजर्स की स्मार्टफोन लत
हाल ही में कंपेयर एंड रिसाइकिल द्वारा किए गए एक सर्वे में यह पाया गया कि जेन-जी यूजर्स अपनी स्मार्टफोन लत को लेकर बेहद गंभीर हैं. इस सर्वे में लोगों से यह पूछा गया कि वे एक सप्ताह तक बिना फोन के रहने के लिए क्या करेंगे. हैरान करने वाली बात यह रही कि कई लोगों ने कहा कि वे हफ्ते भर बिना नहाए रह सकते हैं, लेकिन फोन बिना नहीं रह सकते. कुछ लोगों ने तो यह भी कहा कि वे हफ्तेभर किसी से नहीं मिलेंगे, लेकिन फोन का उपयोग नहीं छोड़ सकते.
फोन की लत के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
फोन एडिक्शन के मानसिक स्वास्थ्य पर कई नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं. यह न केवल डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी समस्याओं को बढ़ावा देता है, बल्कि यह सामाजिक रिश्तों पर भी बुरा असर डालता है. स्मार्टफोन का अत्यधिक इस्तेमाल मूड स्विंग्स को बढ़ा सकता है और अकेलेपन को बढ़ावा दे सकता है, जिससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है. इसके अलावा, यह व्यक्ति की आत्मविश्वास को भी कमजोर करता है, क्योंकि वह असल दुनिया से कट जाता है और केवल डिजिटल दुनिया में ही खो जाता है.
फोन एडिक्शन के संकेत
फोन की लत के कई स्पष्ट संकेत होते हैं, जिन्हें पहचानकर आप समय रहते इस समस्या का समाधान कर सकते हैं. अगर आप दिनभर फोन का उपयोग करते रहते हैं और इसके बिना खुद को अधूरा महसूस करते हैं, तो यह एक गंभीर संकेत हो सकता है.
कंपल्सिव चेकिंग: यदि आप बोर होने पर या किसी अन्य कारण से बार-बार फोन चेक करते हैं, तो यह लत का संकेत हो सकता है.
रियल लाइफ एक्टिविटी से बचना: अगर आप असल दुनिया की गतिविधियों को नजरअंदाज कर फोन पर ही समय बिताना चाहते हैं, तो यह भी फोन एडिक्शन की ओर इशारा करता है.
रिश्तों में दरार: फोन के ज्यादा उपयोग से आपके रिश्तों में समस्याएं आ सकती हैं. अगर आप अपने रिश्तों में कम दिलचस्पी दिखा रहे हैं या फिर एक-दूसरे से बात नहीं कर पा रहे हैं तो यह भी फोन लत का संकेत है.
नींद की कमी: फोन का इस्तेमाल दिन-रात करना और रात को देर तक फोन पर रहने से आपकी नींद प्रभावित हो सकती है, जिससे नींद की कमी हो सकती है.
फोन एडिक्शन से बचने के उपाय
इस समस्या से बचने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं. सबसे पहले, अपने फोन का इस्तेमाल सीमित करें और एक दिन में कुछ घंटे बिना फोन के बिताने की आदत डालें. इसके अलावा, सोशल मीडिया के ज्यादा इस्तेमाल से बचें और असल दुनिया में लोगों के साथ समय बिताने की कोशिश करें. अगर आप महसूस करते हैं कि फोन की लत गंभीर हो रही है, तो मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से मदद लेने की भी सलाह दी जाती है.
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